अजमेर

एडीए में फाईल ट्रेसिंग सिस्टम फेल, आवेदक हो रहे परेशान

पटवारियों पर काम का बोझ, सर्वर पर दबाव अजमेर विकास प्राधिकरण में पत्रावलियों की ऑनलाइन ट्रेकिंग के दावे हकीकत में कतई उलट हैं। पट्टों व भू-रूपांतरण के आवेदन के बाद फाईलें महीनों तक पता नही चलतीं। अनुभागों में इधर-उधर पड़ी रहती हैं। आवेदक अपनी फाईलों की जानकारी के लिए चक्कर लगा कर थकने के बाद दलालों की शरण में जाने के विवश होते हैं।

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Aug 23, 2023
एडीए में फाईल ट्रेसिंग सिस्टम फेल, आवेदक हो रहे परेशान

दिलीप शर्मा

अजमेर. अजमेर विकास प्राधिकरण में पत्रावलियों की ऑनलाइन ट्रेकिंग के दावे हकीकत में कतई उलट हैं। पट्टों व भू-रूपांतरण के आवेदन के बाद फाईलें महीनों तक पता नही चलतीं। अनुभागों में इधर-उधर पड़ी रहती हैं। आवेदक अपनी फाईलों की जानकारी के लिए चक्कर लगा कर थकने के बाद दलालों की शरण में जाने के विवश होते हैं।

प्रमुख रूप से यह होते हैं कार्य

- कृषि भूमि नियमन

- आवासीय प्रयोजनार्थ रूपांतरण- व्यावसायिक प्रयोजनार्थ रूपांतरण

- सरकारी भूमि पर नियमन, शिविरों के माध्यम से- कृषि भूमि से आवासीय या व्यावसायिक प्रयोजनार्थ

- सरकारी भूमि पर नियमन कच्ची बस्ती घोषित क्षेत्र में- मॉल व बहुमंजिला इमारत के लिए योजना या गैर योजना का भाग

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वांछित दस्तावेज

- भूमि का राजस्व रिकार्ड- चेन ऑफ डॉक्यूमेंट

- बिजली-पानी के बिलमौके पर निर्माण की स्थिति

90-ए होने के बाद इसे सरकारी मानते हुए नियमन के लिए भेजा जाता है

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इन विभागों से कराना होता है अनुमोदन

उपायुक्त प्रभारी अधिकारी

- पटवार अनुभाग (एलआर अनुभाग)- एईएन व पटवारी की मौका रिपोर्ट (पीटी सर्वे)

- नगर नियोजन विभाग - किस्म भूमि

निर्माण - मौके पर निर्माण की स्थितिविधि - कोई विधिक रोक तो नहीं

योजना - किसी योजना का भाग तो नहींनियमन में हरी झंडी

वित्तीय विभाग - डिमांड नोटराशि जमा के बाद पट्टा जारी।

--------------------------------------------------------ऑनलाइन से राहत की थी उम्मीद

एडीए में सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया था। इसमें निर्धारित अवधि में संपूर्ण प्रक्रिया पूरी होने के बाद आवेदक के हाथ में दस्तावेज आ जाता है। लेकिन अब ऐसा कुछ नजर नहीं आता। ऑनलाइन पर संविदाकर्मी काम कर रहे हैं।एफटीएस प्रणाली फेल

फाइल ट्रेसिंग सिस्टम (एफटीएस) के जरिए आपकी पत्रावली किस अनुभाग में है इसकी स्थिति पता लगाई जा सकती है। लेकिन पत्रावलियों के दबाव के चलते यह सिस्टम फेल हो गया। पत्रावली आ जाती है तो उसकी एंट्री नहीं होने से वह ऑनलाइन नजर नहीं आती।

पटवारियों पर फाईलों का बोझ

जानकारों के अनुसार दस सर्किल पटवारियों के पास कम से कम 2000 फाईलें प्रत्येक के पास हैं। कुल 20 से 25 हजार फाईलें हैं। इस कारण सर्वर दबाव नहीं झेल पाया। अब मैन्युअली पत्रावली देखनी होगी। रोजाना संबंधित विभाग में कई लोग पत्रावलियां को नम्बर के आधार पर रजिस्टरों में ढूंढते नजर आते हैं।इनका कहना है

सिस्टम खराब है तो दिखवाते हैं क्या समस्या है। यदि कोई समस्या है तो उसे दुरुस्त कराया जाएगा।

श्रीनिधि बीटी आयुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण।

Published on:
23 Aug 2023 12:09 am
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