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#Pro-active Policing-डकैती का षड़यंत्र रचते यूपी-दिल्ली की गैंग के पांच शातिर गिरफ्तार

डीएसटी-पुष्कर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, पुष्कर में मेला मैदान के पास से पकड़ा

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अजमेर

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Manish Singh

Sep 19, 2025

डकैती का षड़यंत्र रचते यूपी-दिल्ली की गैंग के पांच शातिर गिरफ्तार

जिला स्पेशल टीम व पुष्कर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए आरोपी।

अजमेर(Ajmer News). जिला स्पेशल टीम व पुष्कर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उत्तरप्रदेश के अन्तरराज्यीय गिरोह के 5 शातिरों को पुष्कर में पेट्रोल पंप व हवाला कारोबारी के यहां डकैती का षड़यंत्र रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनसे चाकू, प्लास, पेचकस, रबर के दस्ताने, पत्थर के छोटे-छोटे टुकडे, मिर्ची पाउडर व स्प्रे बरामद किया।

पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी कि पुष्कर में दिल्ली की गैंग आई हुई है। जोकि पुष्कर व आसपास के क्षेत्र में लूट/डकैती की बडी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मेला मैदान पुष्कर के पास से पांच संदिग्ध पकड़े। इसमें उत्तर प्रदेश बागपत बिनोली फदलपुर हाल गाजियाबाद लोनी निवासी राशिद(35), हरियाणा के फरीदाबाद पल्ला सेठपुर निवासी जगदीश आर्या(52) , दिल्ली के आदर्शनगर कौशलपुरी आजादपुर निवासी मुकेश कुमार मिश्रा(33), कुचामन डीडवाना बड़ू हरनावा निवासी अंकित दमामी(19) और नागौर डेगाना ईडा निवासी विक्रम राणा(27) की तलाशी में चोरी-नकबजनी, लूट व डकैती में इस्तेमाल होने वाले चाकू, प्लास, पेचकस, रबर के दस्ताने, छोटे-छोटे पत्थर, मिर्ची पाउडर बरामद किया। उन्होंने पूछताछ में उन्होंने पेट्रोल पम्प पर डकैती की वारदात अंजाम देने का षडयंत्र रचना कबूल किया।

तिहाड़ जेल से जमानत पर छूटे

पुलिस पड़ताल में मुकेश मिश्रा ने बताया कि वह पूर्व में हत्या, चोरी व लूट की दर्जनों वारदातें अंजाम दे चुका है। वह कई मर्तबा जेल जा चुका है। वह 4 माह पहले तिहाड जेल से बाहर आया है। राशिद ने बताया कि 2016 से वह लूट डकैती, चैन स्नेचिंग व चोरी की वारदातें कर चुका है। वह भी 2 माह पूर्व तिहाड जेल से बाहर आया है। तीसरा आरोपी जगदीश भी 300 किग्रा गांजा तस्करी के मामले में तिहाड जेल गया था। जहां उसकी दोस्ती मुकेश व राशिद से हुई थी। तब से आपस में जुड़े हैं। पड़ताल में आया कि मुकेश के खिलाफ 12, राशिद और जगदीश के खिलाफ 13-13 मुकदमे दर्ज हैं।

विक्रम-अंकित ने बुलाया

पुलिस पड़ताल में सामने आया कि विक्रम, अंकित दमामी से राशिद, मुकेश व जगदीश की पहचान एक परिचित के मार्फत हुई थी। विक्रम-अंकित ने तीनों को यहां वारदात के लिए पूर्व में रैकी करने और वारदात अंजाम देने के लिए बुलाया था। पुलिस के अनुसार विक्रम-अंकित अजमेर रामगंज इलाके में कारपेन्टर का काम करते हैं। दोनों को कई व्यापारियों के घर में काम कर चुके है। पुलिस पांचों आरोपियों से गहनता से पड़ताल में जुटी है।

कार्रवाई में यह शामिल

एएसपी(अजमेर ग्रामीण) दीपक शर्मा, सहायक पुलिस अधीक्षक (किशनगढ़) अजेयसिंह राठौड और सीओ अजमेर ग्रामीण रामचन्द्र चौधरी के निर्देशन में पुष्कर थानाधिकारी विक्रमसिंह व डीएसटी प्रभारी शंकरसिंह रावत ने टीम के साथ कार्रवाई की। इसमें डीएसटी प्रभारी शंकर सिंह, हैडकांस्टेबल सीताराम, रणजीत सिंह व सिपाही संतराम भी शामिल रहे।