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अजमेर. राज्य सरकार द्वारा शुरु किया गया गया प्रशासन शहरों व गावों के संग अभियान फ्लॉप साबित हो रहा है। राज्य के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, गिरदवार, पटवारी के साथ ही अब कनिष्ठ अभियंता भी बहिष्कार पर उतरते हुए सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। कनिष्ठ अभियंता पिछले10 वर्षो से पदोन्नति नहीं मिलने से नाराज हैं। उनका कहना है कि उनके समकक्ष अन्य विभागों में अभियंताओं की लगातार पदोन्नति हो रही है। लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। मांगे पूरी करने तथा सामूहिक अवकाश को लेकर प्राधिकरण के अभियंताओं ने सचिव को ज्ञापन भी सौंपा। इस अवसर पर कर्मचारी नेता मनीष मिर्धा व अन्य अभियंता उपस्थित थे।
शिविर में बैठे अधिकारी
तहसीलदार, नायब तहसीलदार, गिरदवार, पटवारी के साथ ही अब कनिष्ठ अभियंता के बहिष्कार के कारण आमजन के शिविर में काम तो दूर उन्हें जानकारी देने वाला भी नहीं मिल रहा। सोमवार को अजमेर विकास प्राधिकरण के शिविर में यही नजारा देखने को मिला। कनिष्ठ अभियंताओं के सामूहिक अवकाश लेने के बाद प्राधिकरण सचिव किशोर कुमार ने उपायुक्त अशोक चौधरी तथा अरूण जैन व अन्य के साथ शिविर को संभाला।
वीडीओ व सरपंच भी विरोध में
अपनी मांगों को पूरी करने को लेकर राज्यभर के हजारों ग्राम विकास अधिकारी हड़ताल पर हैं। सरकार ने ग्राम विकास अधिकारी के पद का अतिरिक्त कार्यभार ग्राम पंचायत के कनिष्ठ सहायकों को सौंपा है। सरपंच संघ ने भी प्रशासन गांवों के संग अभियान का बहिष्कार कर मांगें नहीं मानने पर बेमियादी धरने का ऐलान किया है।
Published on:
04 Oct 2021 09:34 pm
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