
statue of former PM indira gandhi in ajmer
दिलीप शर्मा/अजमेर।
कई बरसों से डिब्बे में बंद इंदिरा गांधी की प्रतिमा अब बाहर निकलेगी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मूर्ति की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। अजमेर विकास प्राधिकरण ने कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन को मूर्ति सौंप दी है।
मूर्ति का अनावरण इंदिरा गांधी जयंती पर 19 नवम्बर को मोइनिया इस्लामिया स्कूल के पास स्थित स्मारक पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट करेंगे।
शहर कांग्रेस के अनुसार करीब पांच वर्षों से यह प्रकरण लंबित था। एडीए की प्रशासनिक अड़चनों के कारण मूर्ति स्थापना का कार्य अटका हुआ था। जैन ने इसके लिए काफी प्रयास किए। कांग्रेस ने 19 नवम्बर से पूर्व नई मूर्ति बना कर लगाने की चेतावनी भी दे दी थी। बाद में जिला कलक्टर गौरव गोयल ने मामले में मध्यस्थता की।
सरकार उठाती खर्चा
कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फ र भारती ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित इंदिरा की प्रतिमा लगाने का खर्चा भाजपा सरकार ने कांग्रेस पर डाला है जबकि प्रतिमा सरकारी खर्च पर स्थापित की जानी चाहिए थी।
पूर्व अध्यक्ष रलावता ने जमा कराई थी राशि
मूर्ति स्थापना की कवायद करीब 17 सालों से चल रही है। वर्ष 2001 में तात्कालीन नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने मूर्ति बनवाई लेकिन किसी कारण वश मूर्ति नहीं लग पाई। कई सालों से यह मूर्ति बॉक्स बंद है। वर्ष 2011 में पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता ने मूर्ति के लिए 2.25 लाख रुपए जमा कराए।
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि मूर्ति लगवाने वालों से ही खर्चा लिया जाएगा। कांग्रेस विधिक प्रकोष्ठ के विवेक पाराशर ने बताया कि उन्होंने सूचना के अधिकार में पत्रावली निकलवा कर जैन को सौंपी थी। इसके बाद मृूर्ति स्थापना के प्रयास तेज हुए।
निगम से लेनी होगी अनुमति
एडीए प्रशासन ने मूर्ति कांग्रेस कमेटी को सौंप दी है लेकिन अभी इसे लगाने की अनुमति लेना शेष है। जानकारों के अनुसार इंदिरा गांधी स्मारक स्थल नगर निगम के अधीन आता है। इसके लिए कांग्रेस को निगम से अनुमति लेनी होगी।
Published on:
08 Nov 2017 09:08 am
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