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अजमेर. राज्य के एकमात्र महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में बेटियां हैकिंग और साइबर क्राइम से निबटने के गुर सीखेंगी। वायरस युक्त ई-मेल, डिजिटल फ्रॉड सुरक्षा को पढ़कर लोगों को सेवाएं देंगी। कॉलेज में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग ब्रांच में साइबर सिक्योरिटी कोर्स में यह बिंदू शमिल होंगे। साथ ही 12 साल बाद एमबीए कोर्स भी शुरू होगा। दोनों में 30-30 सीट पर प्रवेश मिलेंगे।
महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग, इलेक्टि्रकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, आईटी, ह्यूमनिटी एंड साइंसेज, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, एमसीए और अन्य कोर्स संचालित हैं।
साइबर सिक्योरिटी कोर्स के फीचर्स
-नेटवर्क सिक्योरिटी: हैकिंग, वायरस युक्त ई-मेल, नेटवर्क हैकिंग
एप्लीकेशन सिक्योरिटी: सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन की सुरक्षा
क्लाउड सिक्योरिटी: क्लाउड आाधारित संसाधन और डाटा
एंड पॉइंट सिक्योरिटी: कंप्यूटर, मोबाइल, लेपटॉप और अन्य की सुरक्षा
साइबर फॉरेंसिक: साइबर क्राइम, डिजिटल फ्रॉड सुरक्षा
दस साल बाद शुरू होगा एमबीए
कॉलेज में सत्र 2025-26 से एमबीए कोर्स शुरू होगा। साल 2012-13 तक यहां आरमेट और सीमेट के जरिए छात्राओं के प्रवेश होते थे। मैनेजमेंट क्षेत्र में रुझान कम होने से धीरे-धीरे कोर्स बंद हो गया। कॉलेज ने इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कोर्स की जरूरत को ध्यान में रखते हुए वापस कोर्स को शुरू करने का फैसला किया है।
इन क्षेत्रों में मिलेंगे रोजगार (दोनों कोर्स में)
सिक्योरिटी एनालिस्ट, साइबर सिक्योरिटी कंसलटेंट
इंसीडेंट रेस्पॉन्डर, फॉरेंसिक एनालिस्ट
रिस्क एंड कम्प्लाइंस एनालिस्ट
साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल
क्लाउड सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट
बैंकिंग, फाइनेंस कंपनी
इंश्योरेंस और मार्केटिंग क्षेत्र
एचआर और मैनेजमेंट-टेक्निकल एक्सपर्ट
पॉलिसी और बैक ऑफिस मैनेजर
टीचिंग और एंटरप्रन्योरशिप
सरकार-यूनिवर्सिटी से मिली एनओसी
कॉलेज ने दोनों कोर्स के लिए राज्य सरकार और बीकानेर टेक्निकल यूनिवर्सिटी से एनओसी ली है। कोर्स की मंजूरी के लिए एआईसीटीई में प्रक्रिया जारी है। संसाधनों, शिक्षण और और अन्य बिंदुओं पर चर्चा हो चुकी है
साइबर सिक्योरिटी और एमबीए कोर्स शुरू होंगे। आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद छात्राओं को प्रवेश मिलेंगे।
प्रो. प्रकृति त्रिवेदी, प्राचार्य महिला इंजीनियरिंग कॉलेज, अजमेर
बढ़ रहे साइबर फ्रॉड
देश में पिछले 10-15 साल में साइबर फ्रॉड बढ़ चुके हैं। डिजिटल अरेस्ट, हैकिंग, फर्जी पुलिसकर्मी बनकर धमकाने, ई-मेल, एसएमएस अथवा ओटीपी भेजकर बैंक खातों से पैसा उड़ाने के मामलों में 35 से 45 प्रतिशत तक इजाफा हो चुका है। साइबर पुलिस थानों में प्रतिदिन औसतन 5 से 8 मामले दर्ज हो रहे हैं। कई मामलों में साइबर थाना पुलिस ने लोगों की मदद की है। राजस्थान पत्रिका ने भी डिजिटल जागरुकता के लिए लगातार अभियान चलाया है।
पढ़ें यह खबर भी ...रीट की संशोधित उत्तर कुंजी 20 तक होगी जारी
अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से राज्य अध्यापक पात्रता परीक्षा - 2024 के लिए जारी उत्तर कुंजी पर मांगी गई आपत्तियों का निस्तारण एक पखवाड़े में हो जाएगा। माना जा रहा है इसके बाद 20 अप्रेल तक संशोधित अंतिम उत्तर कुंजी जारी की जाएगी। बोर्ड प्रशासन मई के प्रथम सप्ताह में रीट का परिणाम निकालने के प्रयास में है।
बोर्ड सचिव कैलाशचंद शर्मा ने बताया कि उत्तर कुंजी जारी करने के बाद प्राप्त आपत्तियों पर अध्ययन शुरू कर दिया गया है। बोर्ड ने केवल पात्रता परीक्षा ली है। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थी मुख्य रीट परीक्षा में शामिल होंगे। मुख्य रीट परीक्षा का आयोजन अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड करेगा। गौरतलब है कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से गत 27 व 28 फरवरी को रीट परीक्षा ली गई थी। इसमें लेवल एक व लेवल दो में करीब 14 लाख परीक्षार्थी बैठे थे। परीक्षा के लिए प्रदेश भर में करीब 5 हजार परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे।
Published on:
03 Apr 2025 09:36 am
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