27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रोडवेज को फायदे में लाने और घाटे के आकलन में जुटी सरकार

परिवहन मंत्री ने गठित की कमेटी, आदेश जारी तीन महीने में देनी होगी रिपोर्ट

2 min read
Google source verification
रोडवेज को फायदे में लाने और घाटे के आकलन में जुटी सरकार

rsrtc

अजमेर.करोड़ों रुपए के घाटे में चल रहे राजस्थान पथ परिवहन निगम को फायदे में लाने तथा पिछले पांच साल में हुए घाटे पर सरकार ने मंथन शुरु कर दिया है। इसके लिए परिवहन मंत्री ने १६ सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी का कार्यकाल तीन माह होगा। रोडवेज एमडी को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। अपर परिवहन आयुक्त इसके सदस्य सचिव होंगे। कमेटी रोडवेज के घाटे तथा इसे मुनाफे में लाए जाने पर मंथन कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
बसों का होगा निरीक्षण

राजस्थान पथ परिवहन निगम ने रोडवेज बसों की जांच के लिए गोपनीय प्रक्रिया अपनाई है। नई रेंडमवाइज प्रक्रिया के तहत बसों का निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षक दल के निरीक्ष कों को अब उनके मोबाइल पर एसएमएस के जरिए सूचित किया जाएगा कि उन्हें किस रूट पर किस बस की जांच करनी है। उन्हें दो रूट पर भेजने के बाद तीसरे दिन तीसरे रूट पर भेजा जाएगा। बिना टिकट यात्रियों के अलावा, वाहन निरीक्षण की स्थिति, चेक की गई बस की साफ सफाई की स्थिति,बस समय पर चल रही है या नहीं, इसके अलावा चालक-परिचालक का यात्रियों के साथ किया जा रहे व्यवहार की जानकारी भी देनी होग।
समानीकरण के चलते मिले चालक, परिचालक

अनुबंधित चालकों को हटाने के बाद संचालन पर असर नहीं
अजमेर. राजस्थान पथ परिवहन निगम मुख्यालय ने आदेश जारी कर एजेंसी के जरिए लगाए अनुबंधित चालकों को गुरुवार को हटा दिया। हालांकि इससे बसों के संचालन पर असर नहीं पड़ा। अजमेर आगार के २४ चालकों तथा अजयमेरू आगार के ४२ चालकों को हटाया गया है। समानीकरण के चलते देर रात्रि आदेश जारी कर अजमेर आगार के १४ परिचालक व २३ चालकों का स्थानांतरण कर दिया गया। इन्हें अजयमेरू आगार में लगाया गया है। इससे अब आगार की बसों के संचालन पर असर नहीं पड़ेगा। ३० शिड्यूल निरस्त करने के कारण भी चालक-परिचालक अतिरिक्त हो गए। इनका समानीकरण किया गया। वहीं रोडवेज मुख्यालय ने अनफिट कर्मचारियों की सूची भी मांगी है। अजमेर व अजयमेरू आगार में में ३९ अनफिट कर्मचारी हैं।

कर्मचारी नेताओं को चलना पड़ेगा रूट पर

अजमेर में रोडवेज की चार यूनियन हैं। इनकें अधिकतर कर्मचारी नेता चालक-परिचालक ही है। लेकिन ये अपनी नेतागिरी तथा जुगाड़ के दम पर बसों के बजाय कार्यालय तथा बुकिंग विंडों संभाल रहे हैं। अब ठेके के चालक हटाने व कई शिड्यूल निरस्त होने के बाद अब इन्हें रूट पर चलना पड़ेगा। समानीकरण के चलते कई चालकों व परिचालकों का तबादला हो गया है।

read more: लम्बी दूरी की बसें हुई बंद,14 हजार किमी घटाए