प्रकरण में प्रोपर्टी व्यवसायी मनोज खंडेलवाल, मनोज गुरबानी, प्रकाश रामचन्दानी, नीतू टेवानी व कम्प्युटर ऑपरेटर मनीष को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने प्रारंभिक पूछताछ के बाद सभी को अदालत में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। प्रकरण में गिरफ्तारियों व जब्त बेनामी सम्पत्तियों के दस्तावेज में शहर के कई पुराने और बड़े नेताओं के भी नाम पता चले हैं। पुलिस उनकी लिप्तता के साक्ष्य जुटाने के बाद पूछताछ के लिए बुलाने और गिरफ्तारी का निर्णय लेगी।
गिरवी रखी थीं बेनामी सम्पत्तियां
गिरवी रखी थीं बेनामी सम्पत्तियां
गुप्ता ने जिनसे पैसा उधार लिया उनके पास बेनामी सम्पत्तियों को गिरवी रखा था। जबकि इनके दस्तावेज जरूरतमंदों ने बीसी संचालक प्रमोद गुप्ता के यहां गिरवी रखे थे। लेकिन गुप्ता ने उन दस्तावेजों से ही बाजार से पैसा उठा लिया। गुप्ता के जेल जाने के बाद शहर में इन बेनामी सम्पत्तियों को बेचकर अपनी रकम निकालने वाला गिरोह सक्रिय हो गया था।
इनका कहना है…
प्रकरण में मुख्य आरोपी प्रमोद गुप्ता को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद प्रकरण में सामने आए नामों की लिप्तता स्पष्ट हो सकेगी। शुक्रवार को कोर्ट में अर्जी लगाई जाएगाी।
प्रकरण में मुख्य आरोपी प्रमोद गुप्ता को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद प्रकरण में सामने आए नामों की लिप्तता स्पष्ट हो सकेगी। शुक्रवार को कोर्ट में अर्जी लगाई जाएगाी।
सुनिता गुर्जर, थानाप्रभारी अलवर गेट