scriptHands extended to help daughters | जिंदगी संवरने की जगी आस, बेटियों की मदद को बढ़े हाथ | Patrika News

जिंदगी संवरने की जगी आस, बेटियों की मदद को बढ़े हाथ

locationअजमेरPublished: Aug 31, 2023 11:45:49 pm

Submitted by:

CP Joshi

राजस्थान पत्रिका : खबर का असर , परिवार की मदद के लिए कई जने आगे आए

जिंदगी संवरने की जगी आस, बेटियों की मदद को बढ़े हाथ
जिंदगी संवरने की जगी आस, बेटियों की मदद को बढ़े हाथ
अजमेर. सड़क किनारे फुटपाथ पर खिलौने बेचकर जुगाड़ की गाड़ी में ही जिन्दगी बसर करने वाले परिवार में बेटियों की पढ़ाई एवं उनकी माली हालत के चलते अब मदद के लिए हाथ उठने लगे हैं। राजस्थान पत्रिका की ओर से बुधवार को परिवार का दर्द प्रकाशित करने के बाद कुछ लोग आगे आए हैं।दो बेटियों-दो बेटों के साथ खिलौने बेचकर गुजारा करने वाले दयाराम व कमला की मदद के लिए लोहाखान निवासी यासीन खान ने आर्थिक मदद की। बुधवार को खाना बनाते समय गैस खत्म होने पर तत्काल सहायता राशि देकर परिवार को संबल दिया। कमला ने बताया कि बेटियों की पढ़ाई के लिए ही वह इन पैसों को काम में लेगी। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका के 30 अगस्त के अंक में ‘दुश्वारियों के बीच बेटियों की जिन्दगी संवारने का जुनून...’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया था। गौरतलब है कि आठवीं पास मां कमला दोनों बेटियों को फुटपाथ पर ही पढ़ाती है। बच्चों को काम में झोंकने की बजाय वह उन्हें शिक्षित करना चाहती है।
Copyright © 2023 Patrika Group. All Rights Reserved.