
Municipal Corporation Singrauli: houses of poor were allotted to rich arbitrarily
भूपेन्द्र सिंह
अजमेर.शहर में बहुत से परिवार सडक़ों के किनारे गुजरबसर कर रहे हैं। अजमेर विकास प्राधिकरण इन्हें मकान देना भी चाहता लेकिन पात्रता आड़े आ रही है। गरीबों poor के लिए आवास का निर्माण कर रही ठेका कम्पनी चोरों से इस कदर डरी हुई है कि वह शेष निर्माण करने को तैयार ही नहीं है। वहीं जिन आवासों का आधा-अधूरा निर्माण हुआ उनके खिडक़ीwindow, दरवाजे doors,नल व बिजली के उपकरण तक चोरी हो गए। यह कहानी है अजमेर विकास प्राधिकरण ada के भगवानगंज में बेसिक फॉर अरबन पूअर (बीएसयूपी) bsup योजना के अन्तर्गत निर्माणाधीन 224 आवासों की। प्राधिकरण ने इन आवासों के निर्माण ठेका 12 मार्च 2012 को 6 करोड़ 26 लाख 29 हजार 654 रुपए में दिया था,आवासों का निर्माण 11 मार्च 2013 तक पूरा करना था। अब तक 4 करोड़ 94 लाख 56 हजार 304 रुपए का काम हुआ है। परियोजना की अवधि 31 मार्च 2017 को समाप्त हो गई लेकिन आवास निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। सात साल बाद भी आवास निर्माण पूरा नहीं हो सका।
नहीं मिल रहे लाभार्थी
बीएसयूपी के 224 आवासों में से 102 आवासों के लिए वर्ष 2016 में लाभार्थियों का चयन भी कर लिया गया था,लेकिन लाभार्थियों ने आवासों आवंटन के लिए सहमति नहीं दी तो लॉटरी को रद्द कर दिया गया। प्राधिकरण ने पुन: सर्वे करवा तो सडक़ किनारे बसे हुए विभिन्न परिवारों में से कोई भी लाभार्थी पात्र नहीं। निर्मित आवासों में लगे सामानों (खिडक़ी,दरवाजे,नल व बिजली के उपकरण) चोरी हो गए। इसके बाद यह निर्णय हुआ कि आवास का निर्माण होते ही इनका आवंटन कर दिया जाए लेकिन इन आवासों के लिए प्राधिकरण को पात्र लाभार्थी नहीं मिल रहे हैं।
अंतिम नोटिस जारी
बीएसयूपी आवास निर्माण में ढिलाई को गंभीरता से लेते हुए प्राधिकरण आयुक्त ने ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए है। इस पर हरकत में आए प्राधिकरण अभियंताओं ने ठेकेदार फर्म को अंतिम नोटिस जारी कर तीन दिन में काम शुरु करने के कहा है। प्राधिकरण ने ठेकेदार को स्वयं के स्तर पर गार्ड लगाकर आवास निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए है। काम नहीं शुरु करने पर प्राधिकरण कार्यवाई करेगा।
चोरों के डर से ठेकेदार ने छोड़ा काम
भगवानगंज आवास योजना के आवासों से खिडक़ी-दरवाजे,बिजली की फिटिंग, पानी के टैंक टोंटियों तक चोरी हो गए। इन अवासों में समाजकंटक जमावाड़ा लगाए रहते हैं। चोरों के डर के कारण इन अधूरे आवासों का निर्माण करने के लिए ठेकेदार तैयार नहीं। ठेकेदार का कहना है कि पहले आवासों का आवांटन किया जाए फिर वह शेष निर्माण कार्य पूरा करेगा।
इनका कहना है
आवास निर्माण पूरा करवाने के निर्देश दिए गए हैं। देरी के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाही की जाएगी।
रेणु जयपाल,आयुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण
Published on:
12 Aug 2020 07:46 am
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