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pics – फ्लावर पॉट दुर्दशा के शिकार…

नियमित सार-संभाल और देखभाल के अभाव में कई फ्लावर पॉट टूट गए हैं और डिवाइडर पर गिरे पड़े हैं। वहीं इनमें फूल-पौधों की जगह केवल सूखी घास रह गई है।

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Instead of flowering plants only dry grass in flower pot

  वैशालीनगर से रीजनल कॉलेज चारौहे तक के मार्ग पर सौंदर्यीकरण के अंतर्गत बड़े-बड़े फ्लावर पॉट लगाए गए थे। इन बड़ों गमलों में हरीतिमा के लिए रंग-बिरंगे फूलों के पौधे भी थे। लेकिन नियमित सार-संभाल और देखभाल के अभाव में कई फ्लावर पॉट टूट गए हैं और डिवाइडर पर गिरे पड़े हैं। वहीं इनमें फूल-पौधों की जगह केवल सूखी घास रह गई है।

Instead of flowering plants only dry grass in flower pot

  वैशालीनगर से रीजनल कॉलेज चारौहे तक के मार्ग पर सौंदर्यीकरण के अंतर्गत बड़े-बड़े फ्लावर पॉट लगाए गए थे। इन बड़ों गमलों में हरीतिमा के लिए रंग-बिरंगे फूलों के पौधे भी थे। लेकिन नियमित सार-संभाल और देखभाल के अभाव में कई फ्लावर पॉट टूट गए हैं और डिवाइडर पर गिरे पड़े हैं। वहीं इनमें फूल-पौधों की जगह केवल सूखी घास रह गई है।

Instead of flowering plants only dry grass in flower pot

  वैशालीनगर से रीजनल कॉलेज चारौहे तक के मार्ग पर सौंदर्यीकरण के अंतर्गत बड़े-बड़े फ्लावर पॉट लगाए गए थे। इन बड़ों गमलों में हरीतिमा के लिए रंग-बिरंगे फूलों के पौधे भी थे। लेकिन नियमित सार-संभाल और देखभाल के अभाव में कई फ्लावर पॉट टूट गए हैं और डिवाइडर पर गिरे पड़े हैं। वहीं इनमें फूल-पौधों की जगह केवल सूखी घास रह गई है।

Instead of flowering plants only dry grass in flower pot

  वैशालीनगर से रीजनल कॉलेज चारौहे तक के मार्ग पर सौंदर्यीकरण के अंतर्गत बड़े-बड़े फ्लावर पॉट लगाए गए थे। इन बड़ों गमलों में हरीतिमा के लिए रंग-बिरंगे फूलों के पौधे भी थे। लेकिन नियमित सार-संभाल और देखभाल के अभाव में कई फ्लावर पॉट टूट गए हैं और डिवाइडर पर गिरे पड़े हैं। वहीं इनमें फूल-पौधों की जगह केवल सूखी घास रह गई है।

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  वैशालीनगर से रीजनल कॉलेज चारौहे तक के मार्ग पर सौंदर्यीकरण के अंतर्गत बड़े-बड़े फ्लावर पॉट लगाए गए थे। इन बड़ों गमलों में हरीतिमा के लिए रंग-बिरंगे फूलों के पौधे भी थे। लेकिन नियमित सार-संभाल और देखभाल के अभाव में कई फ्लावर पॉट टूट गए हैं और डिवाइडर पर गिरे पड़े हैं। वहीं इनमें फूल-पौधों की जगह केवल सूखी घास रह गई है।