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पलंग, के पायों के नीचे ईंटें लगा कर बढ़ाई ऊंचाई, प्रथम मंजिल पर खाना पकाया

– घरों में जलभराव से लाखों का नुकसान – पानी के हौद में सीवरेज का पानी घुसा – कुछ इलाकों में बारह घंटे बाद पानी उतरा – गद्दे तकिए, फर्नीचर अनाज के डिब्बों में पानी भरा अजमेर. शहर में गत सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश का असर 24 घंटे बाद मंगलवार काे भी नजर आया। लोगों […]

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अजमेर

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Dilip Sharma

Aug 07, 2024

jal bharav

jal bharav

- घरों में जलभराव से लाखों का नुकसान

- पानी के हौद में सीवरेज का पानी घुसा

- कुछ इलाकों में बारह घंटे बाद पानी उतरा

- गद्दे तकिए, फर्नीचर अनाज के डिब्बों में पानी भरा

अजमेर. शहर में गत सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश का असर 24 घंटे बाद मंगलवार काे भी नजर आया। लोगों के घरों में पानी घुसने से लाखों रुपए का घरेलू सामान नष्ट हो गया। लोगों के बैडरूम में पानी घुसने से उनके पायों को ईंट - पत्थर लगाकर ऊंचा करना पड़ा। रसोई घर में पानी भरने से फ्रिज में गंदा पानी घुस गया। राशन सामग्री खराब हो गई। हालात यह हुए कि प्रथम मंजिल पर जाकर खाना पकाना पड़ा।

अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के अलवर गेट बस्ती से सुनहरी कॉलोनी गुर्जर धरती, राबडि़या, प्रकाश रोड आदि क्षेत्रों में सोमवार को मुख्य मार्ग जलमग्न हो गए। यहां रहने वाले लोगों के घरों में पानी घुस जाने से हजारों रुपए का घरेलू सामान नष्ट हो गया। जलभराव की समस्या से अभ्यस्थ लोगों का कहना है कि पिछले 20 से 25 सालों से यही हालात हैं अब तो आदत बन गई है। बारिश में पूरे समय जलभराव की समस्या से जूझना उनकी आदत में शुमार हो चुका है। पत्रिका टीम ने मंगलवार को इन इलाकों के दौरा किया तो वास्तविकता सामने आई।

केस संख्या एक

कमरे में करीब एक फीट तक पानी भर गया। कुछ जगह पत्थर की पट्टी लगाकर पानी की आवक को रोका गया है। हर बारिश में घरेलू कीमती सामान उठाकर पलंग पर समेटना पड़ता है। पूरा दिन साफ सफाई में लग जाता है। कमरे के रंग रोगन व डिस्टेंपर खराब हो गया। सीलन से कमरों की दीवारें खराब हो रही हैं।

बसंती देवी, सुनहरी कॉलोनी निवासी

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केस संख्या दो

बारिश के कारण गली में तीन से चार फीट पानी भर गया। घरेलू सामान को बचाकर ऊपर सुरक्षित स्थानों पर रखा। फि्रज में पानी घूस जाने से सब्जियां खराब हो गईं। रसोई को ऊपर शिफ्ट कर प्रथम मंजिल पर खाना पकाना पड़ा। बारिश से बिस्तर, कनस्तर में रखे चावल, व सब्जियां खराब हो गईं। शाम 7 बजे करीब 12 घंटे के अंतराल के बाद पानी उतरा। दूसरे दिन भी बौछार होती रही इस कारण कपड़े आदि नहीं सूख सके।

प्रेमलता राकेश, गली नम्बर तीन

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केस संख्या तीनहर बारिश में यही हाल होता है। घरेलू सामान को एहतियातन उठाकर ऊपर सुरक्षित रखना पड़ता है। घर की सफाई तो हो जाती है लेकिन मुख्य गली में कीचड़ व गंदा पानी कई दिनों तक नहीं सूखता। चप्पल जूतों से घरों में गंदगी आती रहती है जिसे साफ करना मुश्किल होता है।

कोमल शर्मा, सरकारी स्कूल के पास

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केस न. चार

गली में पानी भरने से नालियों के जरिए सैप्टिक टैंक व बाथरूम में आ जाता है जिससे जानवर आने का भी अंदेशा रहता है। पानी का लेवल बढ़ने से घरों के हौद में गंदा पानी भर गया है। पीने के लिए पानी भी नहीं है। पानी की सप्लाई भी आएगी तो टैंक में पानी जाएगा और गंदा पानी भी नहीं सकते हैं।

चंद्र प्रकाश, प्रकाश रोड