
अब आपके जिले में होगी कोरोना की जाँच , मेडिकल कॉलेज में बनाई गई लैब,अब आपके जिले में होगी कोरोना की जाँच , मेडिकल कॉलेज में बनाई गई लैब,अब आपके जिले में होगी कोरोना की जाँच , मेडिकल कॉलेज में बनाई गई लैब
अजमेर. कायड़ kayad क्षेत्र में जेएलएन मेडिकल कॉलेज JLN Medical College विस्तार expansion के लिए चिन्हित भूमि में आ रही चारागाह भूमि की बाधा Land hurdle को राज्य सरकार ने दूर emoved कर दिया है। राजस्व (ग्रुप-3) विभाग revenue grupeके शासन उप सचिव कमलेश आबुसरिया ने मेडिकल कॉलेज विस्तार के बीच आ रहे 24 हेक्टेयर चारागाह भूमि को अजमेर विकास प्राधिकरण के नाम हस्तांतरित कर दिया है। यह भूमि अब प्राधिकरण के नाम सिवायचक के रूप में दर्ज हो गई है। वहीं जिला कलक्टर के निर्देश पर प्राधिकरण ने मेडिकल कॉलेज विस्तार के लिए भूमि आवंटन के सम्बन्ध में हस्तांतरित भूमि का 40 गुणा पूंजीगत मूल्य राजकोष में जमा भी करवा दिया है। अब इस भूमि का भू-उपयोग परिवर्तन करते हुए इसका आवंटन मेडिकल कॉलेज के नाम किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज विस्तार के लिए राज्य सरकार ने पिछले 300 करोड़ रुपए मंजूर किए थे। मेडिकल कॉलेज का निर्माण दीपावली से पूर्व शुरु होने की उम्मीद है।
चारागाह के बदले अरडक़ा में दी जमीन
मेडिकल कॉलेज विस्तार में आ रही 24.79 हेक्टेयर चरागाह भूमि के क्षतिपूर्ति के रूप में बदले प्राधिकरण ने अरडक़ा के खसरा नम्बर 17, 19, 21, 27, 28, 29, 32, 33 व 34 की भूमि उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव को भी राजस्व विभाग ने मंजूरी दे दी है। यह भूमि अब चारागाह के रूप में उपयोग में ली जाएगी। यह खसरे मास्टर प्लान के अनुसार ग्रीन बेल्ट में है।
लॉक डाउन के चलते अटका मामला
मेडिकल कॉलेज विस्तार के लिए 165 बीघा (करीब 28 हेक्टेयर) जमीन आवश्यक है। वर्तमान में यह भी परिधि नियंत्रण पट्टी व आवासीय के रूप में दर्ज है। इसका चिकित्सा प्रयोजनार्थ भू-उपयोग परिवर्तन किया गया है। इसमें 3.26 भूमि एडीए के नाम जबकि 24.79 हेक्टेयर भूमि चरागाह के रूप में दर्ज है। लैंड यूज चेंज के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण ने चार माह पूर्व प्रस्ताव सरकार को भेजा था लेकिन लॉक डाउन के कारण मामला अटक गया।
यह होगा फायदा
मेडिकल कॉलेज के अनुसार वर्तमान में संचालित जेएलएन मेडिकल कॉलेज का स्थान परिवर्तन करने से जेएलएन अस्पताल का विस्तार मेडिकल कॉलेज परिसर में किया जा सकेगा जिससे आजमन को चिकित्सा सुविधाओं में लाभ मिलेगा। वर्तमान में संचालित मेडिकल कॉलेज में 150 छात्र-छात्राओं का प्रतिवर्ष प्रवेश किया जा रहा है जिसकों अब राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त होने के बाद 150 से 250 छात्र-छात्राओं का प्रवेश किया जाना प्रस्तावित है।
यह होगा निर्माण
एडमिनिस्टे्रटिव ब्लॉक, कॉलेज बिल्डिंग, कॉलेज कॉउंसिल हॉल,4 लेक्चर थिएटर, सेंट्रल लाइब्रेरी, 2 एक्जामिनेशन हॉल,ऑडिटोरियम, यूजी बॉयज व गल्र्स के लिए हॉस्टल, इन्टर्न बॉय व गल्र्स हॉस्टल, प्रिंसिपल के लिए बंगला, गेस्ट हाउस,बैंक,टेक्नीकल व नॉन टेक्नीकल स्टाफ के लिए क्वार्टर्स,सेंट्रल लैब, सेंट्रल वर्कशाप,सेंट्रल इनसिनेटर प्लांट, सेंट्रल रिसर्च लैब, आईटी सेल, प्ले ग्राउंड, स्वीमिंग पूल, जिम,वर्कशाप व इलेक्ट्रिक रूम,एसटीपी/ईटीपी, पम्प रूम, एनिमल हाउस, डिपार्टमेंट ऑफ ऑडियो वीडियो एआईडी,एनाटोमी, फिजियोलॉजी,बॉयो केमेस्ट्री,पैथोलॉजी, माइक्रो बायोलॉजी,फार्मोकॉलोजी, फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सीकॉलोजी, कम्यूनिटी मेडिसिन,ब्लड बैंक तथा सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
Published on:
11 Jun 2020 09:08 am
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