
बदले मौसम के मिज़ाज को देख , अन्नदाता 'कोरोना' आया
अजमेर/जूनियां. फाल्गुन की बरसात और हवा ने शुक्रवार को ठंडक बढ़ा दी। पीसांगन और आसपास के इलाकों में बरसात संग ओले गिरे। अधिकतम तापमान 28 डिग्री रहा। पिछले दो दिन में तापमान में 3 डिग्री की गिरावट हो गई है।
गत दिनों बरसात और तेज हवा के चलने के बाद कस्बे सहित आसपास के गांवों में किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें हैं। किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल जहां पक रही थी वही सरसों की फसल तैयार होकर कटने लगी है। गत दिनों बरसात से गेहूं और सरसों की फसलों को काफी नुकसान हुआ। सरसों जहां खेतों में बिखर गई है वहीं गेहूं फसल खेतों में गिर गई है किसानों ने खराब फसल की मुआवजे की मांग की है।
बरसात व अंधड़ से फसलों को नुकसान
किसानों ने की मुआवजा देने की मांग
सावर. सावर सहित क्षेत्र के गावों में मंगलवार रात व बुधवार को सुबह हुई बरसात व अंधड़ से फसलों को नुकसान हुआ हैं। जिससे किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीरें छा गई। किसानों ने सरकार से नुकसान का मुआवजा देने की गुहार की है।
सावर, सदारा, सदारी, रायनगर, राजपुरा, मेहरूकलां सहित क्षेत्र के अनेक गांवों में बीती रात व बुधवार को जल्दी सुबह बरसात के हवा चलने से पकी हुई गेंहू, जौ की फसल आड़ी पडऩे से नुकसान हो गया तथा सरसों की फसल में भी नुकसान बताया जा रहा है। फसलों में हुए नुकसान को लेकर किसान चिन्तित हैं। क्षेत्र के किसानों ने प्रशासन व सरकार से फसलों में हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है
धरती पुत्रो से रूठे इन्द्र देव
रूपनगढ़ . रूपनगढ़ उपखण्ड के आसमान में छाए घने बादल, कही रिमझिम तो कहीं तेज बारिश के साथ गिरे ओले. गेंहू, चने,सरसो, जौ आदि की फसलें चोपट होने की आशंका को लेकर किसान चिन्तित हैं।
Published on:
06 Mar 2020 04:08 pm
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