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ऋण के नियम सरल, फिर भी उद्योग लगाने में नहीं दिखा रहे उत्साह

मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना: लक्ष्य के मुकाबले आधे की ही आवेदन बैंकों तक पहुंचे मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (एमएलयूपीवाई) के तहत 25 लाख तक का ब्याज अनुदान प्राप्त करने के लिए प्रक्रिया काफी सरल है, लेकिन इसके लिए जिला उद्योग केंद्र को आवेदन प्राप्त नहीं हो रहे हैं।

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अजमेर

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Dilip Sharma

Aug 30, 2022

ऋण के नियम सरल, फिर भी उद्योग लगाने में नहीं दिखा रहे उत्साह

ऋण के नियम सरल, फिर भी उद्योग लगाने में नहीं दिखा रहे उत्साह

धौलपुर. मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना (एमएलयूपीवाई) के तहत 25 लाख तक का ब्याज अनुदान प्राप्त करने के लिए प्रक्रिया काफी सरल है, लेकिन इसके लिए जिला उद्योग केंद्र को आवेदन प्राप्त नहीं हो रहे हैं। उद्योग शुरू करने के लिए डीआईसी की ओर से 201 आवेदनों को स्वीकृत करने का लक्ष्य है, लेकिन अभी तक सिर्फ 118 आवेदन ही प्राप्त हुए हैं। इन्हें विभाग की ओर से स्वीकृति के लिए बैंकों को भेजा गया है। विभाग का उद्देश्य है कि छोटे उद्यमियों को नया रोजगार शुरू करने के लिए ज्यादा से ज्यादा ऋण दिए जाएं, लेकिन इनकी संख्या कम रहने से विभाग को तय लक्ष्य प्राप्त करने में काफी मुश्किल आ रही है। गौरतलब है कि उद्योग लगाने, विस्तार करने, विविधीकरण और आधुनिकीकरण के लिए राज्य सरकार की ओर से ऋण पर ब्याज अनुदान दिया जाता है। राज्य सरकार ने 17 दिसंबर 2019 को यह योजना शुरू की थी। इसमें ऋण की तीन श्रेणियां बनाई गई है। पहली श्रेणी में 25 लाख तक के ऋण पर 8 प्रतिशत, दूसरी श्रेणी में 25 लाख से पांच करोड़ रुपए तक के ऋण पर 6 प्रतिशत, तीसरी श्रेणी में पांच करोड़ से 10 करोड़ रुपए तक के ऋण पर 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाता है। इस प्रक्रिया में डीआईसी की ओर से ऋण पत्रावलियों को स्वीकृत कर बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाओं को भेज दिया जाता है। 18 वर्ष से अधिक आयु के युवा, संस्थागत आवेदक, सोसायटी और कंपनी आदि योजना के तहत ब्याज अनुदान पर ऋण प्राप्त कर सकते हैं। ब्याज अनुदान वाला ऋण प्राप्त करने के लिए एमएलयूपीवाई की साइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।

स्वीकृति व निरीक्षण से तीन साल तक मुक्ति

एमएसएमई एक्ट 2019 (स्थापना और प्रवर्तन का सुकरीकरण) अधिनियम 2019 के तहत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की स्थापना के तीन साल तक संबंधित स्वीकृतियों एवं निरीक्षण से मुक्ति दी जा रही है। इस योजना के तहत धौलपुर में 26 अगस्त तक 14 औद्योगिक इकाइयों की भौतिक प्रगति जारी है।

लोगों तक पहुंचे योजनाएं तो बने बात

जिले में उद्यमों के लिए बनाई गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना बेहद आवश्यक है। उद्योग लगाने के इच्छुक लोग जानकारी के अभाव में यहां-वहां भटकते हैं। यही कारण है कि निर्धारित लक्ष्य हासिल करने में भी विभाग को परेशानी होती है।

टेबल 1... यह है जिले में प्रमुख उद्योगों की स्थिति

रीको से बाहर रीको क्षेत्र में कुल

338 117 455

टेबल 2.... जिले में उद्योग

उद्योग यूनिट

स्टोन गैंगसा 167

ईंट भट्टे 161
डेयरी (छोटी-बड़ी) 89

सीआई कास्टिंग/ लैड इंगट 23
आटा-तेल-दाल मिल 22

इनका कहना है

उद्यमियों की सहायता के लिए जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र हमेशा तैयार है। लोगों को समय-समय पर योजनाओं की जानकारी भी दी जाती है।

- कृष्णअवतार शर्मा, महाप्रबंधक जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र, धौलपुर