
अजमेर . जयपुर के सेज थाना क्षेत्र में दो दिन पहले सूनसान इलाके में युवक की गला रेतकर की गई हत्या ब्यावर के दो युवकों ने अंजाम दी। हत्या की वारदात डेढ़ साल पहले कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले भाई की मौत का बदला निकली। मृतक को आरोपित अपने भाई की मौत का जिम्मेदार समझता था। अजमेर स्पेशल टीम की मदद से जयपुर सेज थाना पुलिस ने रविवार दोपहर आरोपितों को ब्यावर से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार 22 दिसम्बर को सेज थाना क्षेत्र में महिन्द्रा सेज इलाके में ब्यावर पालिका बाजार निवासी विवेकानंद पुत्र कन्हैयालाल का शव मिला। युवक की रविवार सुबह ही पहचान हुई। मृतक की पहचान के बाद सक्रिय हुई अजमेर की स्पेशल टीम ने ब्यावर निवासी हितेश उर्फ काली व उसके साथी विशाल को हिरासत में ले लिया। सूचना पर जयपुर सेज थानाप्रभारी गयासुद्दीन टीम के साथ अजमेर पहुंचे। आदर्शनगर थाने में पूछताछ में हितेश उर्फ कालू व विकास ने सच्चाई उगल दी। आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने उन्हें वारदात में इस्तेमाल कार बरामद की है। पुलिस दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जयपुर ले गई।
झाडिय़ों में फेंका शव
आरोपित हितेश ने पुलिस को बताया कि उन्होंने विवेकानन्द को उधारी चुकाने के लिए जयपुर बुलाया। उसके बाद वह उसको सेज इलाके में ले गए। जहां डिक्की खोलने के दौरान उन्होंने विवेकानन्द का गला चाकू से रेत दिया। शव को झाडिय़ों में फेंक ब्यावर लौट आए।
हिसाब करने बुलाया
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि हितेश के भाई लक्की ने मृतक विवेकानन्द से चार लाख रुपए ब्याज पर उधार लिए थे। कर्ज और ब्याज से तंग आकर लक्की ने करीब डेढ़ साल पहले आत्महत्या कर ली। तब से हितेश भाई की मौत का जिम्मेदार विवेकानन्द को मानता था। हितेश ने ही विवेकानन्द को भाई का हिसाब करने के लिए जयपुर बुलाया था। था।
Published on:
25 Dec 2017 09:24 am
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