जोधपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तारी
अजमेर.
अच्छे ब्याज व धन दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपए हजम करने वाले संजीव क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के मुख्य प्रबंधक को शुक्रवार को सिविल लाइन्स थाना पुलिस ने जोधपुर केन्द्रीय कारागार से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। पुलिस आरोपी से गहनता से पड़ताल में जुटी है। आरोपी के विरुद्ध प्रदेशभर में करीब 953 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
थानाप्रभारी अरविन्दसिंह चारण ने बताया कि धोखाधड़ी व गबन के मामले में फरार चल रहे संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी बाडमेर रामसर इन्दोई निवासी विक्रमसिंह पुत्र छुगसिंह राजपूत को जोधपुर केन्द्रीय कारागार से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ 30 जनवरी 2020 को पुलिस लाइन निवासी संतोष पत्नी राकेश ने धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस को तभी से आरोपी की तलाश थी। गतदिनों जोधपुर में गिरफ्तार होने के बाद पुलिस गुरुवार रात जोधपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर अजमेर लेकर पहुंची। कार्रवाई में एसआई धर्मपालसिंह मीणा, सिपाही सुरेन्द्र सिंह, सत्यपालसिंह, भीमसिंह शामिल हैं।
साढ़े 7 लाख रुपए हड़पे
पीडि़ता संतोष ने रिपोर्ट में बताया कि आरोपी की ओर से उसे सोसायटी की विभिन्न योजना में निवेश कर अच्छे ब्याज का झांसा दिया था। उसने सोसायटी की विभिन्न योजनाओं में करीब साढ़े 7 लाख रुपए की रकम का निवेश कर दिया लेकिन उसकी रकम परिपक्व होने से पहले ही सोसायटी के प्रबंधक ऑफिस के ताला लगाकर भूमिगत हो गए।
कई मामले हैं दर्ज
एसएचओ सिंह ने बताया कि मुख्य प्रबंधक विक्रम सिंह समेत अन्य के खिलाफ प्रदेशभर में कई मामले दर्ज हैं। जांच में सामने आया कि आरोपी ने राजस्थान समेत प्रदेशभर के जिलों व पड़ोसी राज्यों में ब्रांच खोलकर लोगों से निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए की वसूली की वारदात अंजाम दी। आरोपी ने अब तक 953 करोड़ रुपए की चपत लगाना कबूल किया है।