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Rajasthan: अपात्र अभ्यर्थियों के फॉर्म भरने वाले ई-मित्र संचालकों पर गिरेगी गाज, सभी कलक्टर को कार्रवाई के निर्देश

राजस्थान लोक सेवा आयोग की भर्तियों में बड़ी संख्या में अपात्र अभ्यर्थी फॉर्म भर रहे हैं। ऐसे में सरकारी पैसे का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है।

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अजमेर

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Kamal Mishra

Dec 27, 2025

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फोटो-एआई जेनरेटेड

अजमेर। वांछित योग्यता जांचे बगैर अभ्यर्थियों के फॉर्म भरने वाले ई-मित्र संचालकों पर राजस्थान लोक सेवा आयोग शिकंजा कसेगा। सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि प्रदेश में करीब 80 हजार ई-मित्र कियोस्क संचालित हैं। कई संचालक बिना शैक्षणिक योग्यता जांचे अभ्यर्थियों के ऑनलाइन फॉर्म भर रहे हैं। इससे आयोग को बड़ी संख्या में अपात्र अभ्यर्थियों के आवेदन मिल रहे हैं।

ऐसी स्थिति में सरकार और आयोग को पेपर प्रिंट कराने, परीक्षा संचालन व्यवस्थाओं के कारण 20 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी और संचार विभाग को ई-मित्र संचालकों को निर्देशित करने के लिए पत्र भेजा गया है।

नहीं करते दस्तावेजों की जांच

भर्ती विज्ञापन निकलने के बाद अभ्यर्थी ई-मित्र से ऑनलाइन फॉर्म भरते हैं। संचालक अभ्यर्थी की शैक्षणिक योग्यता की जांच नहीं कर मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी के जरिए आवेदन पत्र भर देते हैं। लाखों की संख्या में अपात्र अभ्यर्थी आवेदन कर देते हैं।

होगी कानूनी कार्रवाई

सचिव मेहता ने कहा कि गलत तरीके से आवेदन भरने में अभ्यर्थी के साथ ई-मित्र संचालक भी भागीदार हैं। सभी जिला कलक्टर को ई-मित्र संचालकों की निगरानी और नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई को कहा गया है।

इन चीजों का करना होगा पालन

  • ई-मित्र संचालकों को फॉर्म भरने से पहले जांचनी होगी अभ्यर्थी की आवश्यक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता
  • प्रदेश के सभी ई-मित्र संचालकों को सूचना प्रौद्योगिकी विभाग देगा प्रशिक्षण
  • अभ्यर्थियों को अपनी शैक्षिक योग्यता के अनुसार भरना होगा आवेदन
  • अपात्र के फॉर्म भरने पर कियोस्क संचालक-अभ्यर्थी के खिलाफ होगी कार्रवाई