
MDS UNIVERSITY के कुलपति प्रोफेसर विजय श्रीमाली का हुआ निधन, सरकार को तत्काल करनी होगी यहां कार्यवाहक की नियुक्ति
अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय श्रीमाली का शनिवार को उदयपुर में निधन हो गया। वे 59 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार उदयपुर में किया जाएगा। फिलहाल विश्वविद्यालय में कुलपति पद रिक्त हो गया है। सरकार को तत्काल कार्यवाहक कुलपति की नियुक्ति करनी होगी।
उदयपुर के मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के कॉमर्स कॉलेज के व्यवसाय प्रबंधन के विभागाध्यक्ष रहे प्रो. श्रीमाली को राज्यपाल कल्याण सिंह ने बीती 16 अप्रेल को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया था। उन्होंने 20 अप्रेल को पदभार संभाला था। शनिवार सुबह सीने में दर्द होने पर उन्हें उदयपुर के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली। वे मदस विश्वविद्यालय के पहले कुलपति हैं, जिनका पद पर रहते निधन हुआ है।
तीन महीने में किए कई काम
प्रो. श्रीमाली ने महज तीन महीने के कार्यकाल में कई अहम कामकाज किए। उन्होने पदभार संभालने के साथ सबसे पहले अधिकारियों और शिक्षकों की भर्ती की इच्छा जताई। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लेने भी शुरू कर दिए गए। इसके अलावा उन्होंने राजभवन के संयुक्त कैलेंडर को लागू किया। पहली बार बीएड कॉलेज की सम्बद्धता देने के लिए शिविर आयोजित कराए। प्रो. श्रीमाली विश्वविद्यालय का कैंपस कॉलेज बनाने के इच्छुक थे। उन्होंने बाकायदा जमीन भी चिह्नित कर ली थी। पत्रिका के हरयाळो राजस्थान के तहत पौधरोपण और कायड़ गांव में तालाब की खुदाई में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही।
करनी होगी कुलपति की नियुक्ति
1 अगस्त 1987 में स्थापित मदस विश्वविद्यालय में कुलपति पद कभी खाली नहीं रहा है। यहां स्थायी कुलपति की अनुपस्थिति अथवा कार्यकाल खत्म होने पर पूर्व में संभागीय आयुक्त को कार्यभार सौंपा जाता था। वर्ष 2017 में विधानसभा में नया एक्ट पारित हुआ। इसके तहत अब किसी विश्वविद्यालय के स्थायी कुलपति का कार्यकाल खत्म होने और स्थायी नियुक्ति होने तक किसी अन्य विश्वविद्यालय के कुलपति को ही कार्यवाहक कार्यभार सौंपा जा सकता है।
दीक्षान्त समारोह होगा या नहीं!
1 अगस्त को विश्वविद्यालय का नवां दीक्षान्त समारोह होना है। इसमें राज्यपाल कल्याण सिंह शामिल होंगे। कुलपति प्रो. श्रीमाली के नेतृत्व में इसकी तैयारियां जारी थीं। अब समारोह के आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। सरकार के कार्यवाहक कुलपति नियुक्त करने पर उनकी मंजूरी के अनुरूप कार्यक्रम होने अथवा स्थगित करने का फैसला होगा।
प्रो. श्रीमाली का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता।
-प्रो. कैलाश सोडाणी, कुलपति गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा
प्रो. श्रीमाली का निधन दुखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
-प्रो. आर. एस. बारेठ, पूर्व कुलपति मदस विवि
Published on:
21 Jul 2018 07:45 pm
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