
धौलपुर. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र व पश्चिमी विक्षोभ का असर यहां धौलपुर पर खासा दिखाई दिया। रविवार रात से शुरू हुआ वर्षा का दौर सोमवार को दिनभर चलता रहा। कभी हल्की तो कभी तेज वर्षा ने जिले को तरबतर कर दिया। दिनभर छाए बादलों और बारिश के दौर से मौसम में यकायक बदलाव आ गया। तापमान में गिरावट से लोगों को हल्की सर्दी का अहसास हुआ। वहीं, सरसों की बुवाई कर चुके किसानों के लिए बारिश कहर बन कर आई है। हालांकि, आलू और गेहूं के लिए वर्षा फायदेमंद बताई जा रही है।
दिनभर फुहारें, शाम को झमाझम
धौलपुर में रविवार रात से ही बारिश का दौर शुरू हो गया था। सुबह लोग सोकर उठे तो पानी ही पानी नजर आया। सोमवार को दिनभर हल्की बारिश का दौर चलता रहा। शाम करीब चार बजे मेघ झमाझम बरसने लगे। करीब आधा घंटा तेज बारिश हुई। इसके बाद भी बूंदा-बांदी का दौर चलता रहा।
तापमान में गिरावट
रविवार रात से सोमवार दिनभर बारिश होने से तापमान में भी भारी गिरावट देखी गई। रविवार तक एसी चला रहे लोग सोमवार को पंखे में भी ठंडक का अहसास करने लगे। बाहर ठंडी हवा चलती रही। लोगों का मानना है कि बारिश के कारण सर्दी जल्द शुरू हो जाएंगी।
पहले डीएपी के लिए मारामारी, अब बीज की चिंता
सरसों की बुवाई के लिए डीएपी हासिल करने के लिए तेज धूप में कतार, धक्कामुक्की, पुलिस के डंडे तक खा चुके किसान अब बीज को लेकर चिंतित हैं। दरअसल, तेज बारिश के कारण बीज उपजने का संकट रहेगा। ऐसे में किसानों को दोबारा बुवाई करनी पड़ सकती है। ऐसे में किसानों पर दोहरी मार पडऩा लगभग तय है।
गेहूं-आलू में होगा फायदा
जिले में हुई बारिश का फायदा गेहूं और आलू की फसलों को मिलेगा। बुवाई के दौरान किसानों को पर्याप्त नमी मिलेगी। ऐसे में खेतों में बिजाई में किसानों को सहूलियत होगी। हालांकि, जिले में रबी की प्रमुख फसल सरसों ही है।
रोगों में बढ़ोतरी की आशंका
बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव हो गया है। ऐसे में मच्छरों के पनपने की भी आशंका बढ़ गई है। शहर में नगर परिषद की लापरवाही से गंदगी के ढेर लगे हैं। डेंगू और वायरल की मार झेल रहे लोगों के लिए यह खतरे की घंटी है। मौसम में आए बदलाव से बीमारियों के और बढऩे की आशंका है।
Published on:
19 Oct 2021 01:41 am
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