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नागौर में सर्वाधिक महिला अपराध, निस्तारण में शाहपुरा अव्वल…अजमेर फिसड्डी

डेटा स्टोरी : अजमेर प्रकरण निस्तारण में रेंज में पांचवां व अनुपालना में अंतिमडीआईजी अजमेर रेंज ने पुलिस अधीक्षकों को प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के निर्देश

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अजमेर

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Manish Singh

Dec 05, 2024

नागौर में सर्वाधिक महिला अपराध, निस्तारण में शाहपुरा अव्वल. .अजमेर फिसड्डी

अजमेर रेंज में जनवरी 2024 से एक दिसम्बर तक दर्ज हुए महिला अपराध के तुलनात्मक आंकड़ें। पत्रिका

मनीष कुमार सिंह

अजमेर. बढ़ते महिला अपराध के बीच सुखद पहलू यह है कि बीते ग्यारह माह में अजमेर रेंज महिला अपराधों के निस्तारण में राज्य की औसत दर से भी ऊंची पायदान पर रही है। अजमेर रेंज में ऐसे मामलों की निस्तारण दर 82.06 फीसदी रही जो राज्य के महिला अपराध निस्तारण की दर से करीब 2 फीसदी ज्यादा है। खास बात यह भी कि गत तीन माह में स्मार्ट और फास्ट पुलिसिंग के चलते अजमेर रेंज प्रदेश में प्रकरणों के निस्तारण में 12वें से तीसरे स्थान पर आ गई। हालांकि अजमेर रेंज में सर्वाधिक महिला अपराध नागौर जिले में 176 दर्ज किए गए। वहीं इनके निस्तारण व अनुपालना में रेंज का शाहपुरा जिला अव्वल रहा। जबकि अजमेर जिले का रेंज में सबसे निराशाजनक प्रदर्शन रहा।

यह खुलासा बीते ग्यारह माह में एक जनवरी से एक दिसम्बर तक अजमेर रेंज के जिलों में दर्ज हुए महिला अपराध के मुकदमों की विश्लेषण रिपोर्ट में हुआ। रिपोर्ट में सामने आया कि नागौर में महिला अपराध के सर्वाधिक 176 प्रकरण दर्ज हुए। इसमें 112 प्रकरण में नागौर जिला पुलिस ने दो माह में अंतिम प्रतिवेदन न्यायालय में पेश कर दिया। अब तक 149 में अंतिम प्रतिवेदन पेश किए जा चुके हैं जबकि 27 प्रकरणों का अनुसंधान शेष है। नागौर जिले में महिला अत्याचार के प्रकरणों के निस्तारण का प्रतिशत 87.30 फीसदी है जबकि अनुपालना दर 82.14 फीसदी है। वहीं शाहपुरा में 63 प्रकरण में 46 प्रकरण दो माह के भीतर निस्तारित किए गए। शाहपुरा 82.14 की दर से 87.30 फीसदी प्रकरणों का निस्तारण कर रेंज में पहले स्थान पर है। दूसरे स्थान पर नागौर, तीसरा डीडवाना-कुचामन, टोंक, केकड़ी, ब्यावर और अंत में अजमेर है।

निस्तारण में अजमेर फिसड्डी

अजमेर जिले में 2024 में महिला अत्याचार के 171 प्रकरण दर्ज हुए। इसमें 140 प्रकरण में पुलिस अंतिम प्रतिवेदन पेश कर चुकी है जबकि 11 अब भी शेष हैं। अजमेर में 171 में से 88 प्रकरण में 2 माह में व 47 प्रकरण में दो माह बाद अंतिम प्रतिवेदन पेश किया। रेंज में अजमेर जिले में सर्वाधिक 20 प्रकरणों में अंतिम रिपोर्ट पेश की जानी है। यूं तो अजमेर में महिला अपराध के प्रकरण के निस्तारण दर टोंक व ब्यावर से बेहतर है लेकिन अजमेर की अनुपालना रेट 56.77 फीसदी होने के चलते इन दोनों जिलों से करीब 10 से 15 फीसदी तक कम है।

महिला अपराध के आंकड़ों पर नजर

प्रदेश में दर्ज प्रकरण-8397

अजमेर रेंज में दर्ज-875अजमेर रेंज में निस्तारण- 718

अजमेर रेंज में लम्बित-103

(अजमेर रेंज में एक दिसम्बर 2024 तक दर्ज प्रकरण)

इनका कहना है...

महिला और बालिका संबंधित अपराध में सर्वोच्च न्यायालय की गाइड लाइन की पालना करते हुए प्रकरण दर्ज होने के 2 माह में निस्तारित किया जाता है। फिर प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में रखकर फास्ट ट्रेक कोर्ट में त्वरित विचारण में सहयोग किया जाता है। ताकि पीडि़ता को त्वरित न्याय मिले। तीन माह में रेंज में 12वें से तीसरे नम्बर पर आ चुके हैं। अजमेर रेंज से आगे पाली व बीकानेर है। ओमप्रकाश, डीआईजी अजमेर रेंज