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पड़ौसी देशों का खतरा बरकरार

पोलियो मुक्त भारत में पुन: संक्रमण रोकने के लिए अभियान 19 को, जिले में 4 लाख 62 हजार बच्चों को पिलाई जाएगी बाईवेलेन्ट ऑरल पोलियो खुराक

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पड़ौसी देशों का खतरा बरकरार

पड़ौसी देशों का खतरा बरकरार

अजमेर. पड़ौसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान में लगातार पोलियो केस सामने आने से पोलियो मुक्त देश भारत में पुन: संक्रमण रोकने के लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार 19 जनवरी से पल्स पोलियो अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। इसके तहत अजमेर जिले के पांच वर्ष तक के 4 लाख 62 हजार 78 बच्चों को बाईवेलेन्ट ऑरल पोलियो की दो बूंद पिलाकर प्रतिरक्षित किए जाने का लक्ष्य है। सभी विभागो के महत्वपूर्ण सहयोग से राजस्थान राज्य में माह नवम्बर 2009 के बाद तथा देश में माह जनवरी 2011 के बाद वाइल्ड पोलियो वायरस का एक भी केस नहीं पाया गया है। निरन्तर तीन वर्ष तक वाइल्ड पोलियो वायरस का केस नहीं पाए जाने के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से देश को 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त घोषित किया जा चुका है। मगर पडौसी देश पाकिस्तान व अफ गानिस्तान में इस वर्ष भी पोलियो के रोगी पाए गए हैं, जिसके कारण भारत में पोलियो के पुन: संक्रमण फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

जिला टास्क फोर्स की बैठक

देश को निरन्तर पोलियो मुक्त बनाए रखने के लिए 19 जनवरी को पल्स पोलियो अभियान के चलते शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा की अध्यक्षता में जिला टास्क पोर्स की बैठक आयोजित की गई। अभियान के प्रथम दिवस शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 2130 फि क्स बूथ, द्वितीय दिवस 3225 घर-घर भ्रमण टीम एवं तृतीय दिवस 2917 घर-घर भ्रमण टीमों की ओर से 5 वर्ष तक के बच्चों को बाईवेलेन्ट ऑरल पोलियो की दो बूंद पिलाकर प्रतिरक्षित किया जाएगा। बैठक में एडिशनल सीएमएचओ डॉ. एस.एस. जोधा, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामलाल चौधरी ने तैयारियों की समीक्षा की।