
व्हाट्स एप, फेसबुक से दूर युवा यहां कर रहे इनसे प्रेम
अजमेर. संचार क्रांति के युग में मोबाइल पर व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर पर कई युवक-युवतियां जहां जरूरत से ज्यादा सक्रिय है वहीं कई युवक-युवतियां इन पर सीमित समय देकर पुस्तकों से प्रेम कर रहे हैं। पुस्तकें भी वे जिनसे वे अपना कॅरियर बनाने में प्रयासरत हैं। खास बात तो यह कि अब फिर से सार्वजनिक पुस्तकालयों का रुख युवा करने लगे हैं। अब घर पर नहीं पुस्तकालयों में बैठकर पांच से छह घंटे तक लगातर पढ़ाई कर रहे हैं।
पुस्तकालय में पढ़ाई का अच्छा माहौल रहता है, जो घर पर नहीं होता है। लगभग सभी युवक युवतियां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, इसके कॉम्पिटिशन की भावना जागृत होती है।
अजमेर में पिछले दो वर्षों में सार्वजनिक पुस्तकालयों के प्रति युवाओं का रुझान काफी बढ़ा है। इन युवक-युवतियों की मानें तो व्हाट्सएप, फेसबुक का जरूरत से अधिक उपयोग स्वयं के लिए नुकसानदेह है। हां, अपने काम व मकसद के लिए दिनभर में एक से डेढ़ घंटे ही मोबाइल पोन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। युवा अब पुस्तकों के प्रति भी आकर्षित हो रहे हैं, मगर उनकी च्वॉइस प्रतियोगी परीक्षा से संबंधित, जनरल नॉलेज या भी इतिहास आदि से संबंधित है।
करीब 500 तक रजिस्ट्रेशन
तोपदड़ा स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय में युवक-युवतियों सहित करीब 500 लोगों का रजिस्ट्रेशन है। प्रतिदिन 100 से 150 युवक युवतियां यहां पुस्तकालय हॉल में बैठकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं। कॉलेज स्टूडेंट्स व तैयारी में जुटे युवक-युवतियां यहां 5 से 6 घंटे तक तैयारी कर हैं। पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों से ज्ञानवद्र्धन करने के साथ कई खुद की पुस्तकें व नोट्स लाकर भी तैयारी कर रहे हैं।
पुस्तकालय में पढ़ाई का अच्छा माहौल रहता है, जो घर पर नहीं होता है। लगभग सभी युवक युवतियां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, इसके कॉम्पिटिशन की भावना जागृत होती है।
तोपदड़ा स्थित लाइब्रेरी में दिन भर पढऩे के बाद फुर्सत के पल में पेड़ की छांव के नीचे दीवारों पर बैठ कर अपने तरीके से एन्जॉय के मूड में युवा।
Published on:
10 Jul 2018 05:28 pm
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