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ओपन एयर थिएटर: बिना उद्घाटन ही दीवारों व छतों में दरारें,झडऩे लगा प्लास्टर

खुलने लगी घटिया काम की कलई 1.30 करोड़ पर प्रोजेक्ट पर फिरा पानी ग्राउंड रिपोर्ट

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smart city

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भूपेन्द्र सिंह

अजमेर. जिसका डर था आखिर वही हुआ। जोरशोर से प्रचार कर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट smart city के तहत सूचना केन्द्र में 1.30 करोड़ रूपए खर्च बनाए गए ओपन एयर थिऐटर Open Air Theater का घटिया निर्माण प्रोजेक्ट पूरा होने के एक माह में ही नजर आ गया है। हालांकि न तो अभी तक इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन हुआ है और न ही इसे सूचना केन्द्र को हैंड ओवर ही किया गया है। निर्माण की हालत यह है कि ओपन एयर थिएटर के चारों कमरों की दीवारों व छतों में बड़ी-बड़ी दरारें Cracks in walls and ceilings पड़ गई है। इसके अलावा पीछे की दीवार से प्लास्टर plaster भी उखडऩे लगा है। पूरी दीवार में सीलन है। दो दिन की बरसात में थिएटर की दीवारों, छतों तथा बैठने के लिए बनाई गई सीढिय़ों में सीलन भी आ गई है। मानसून की बरसात तो बाकी है। थिएटर के प्रवेशद्वार पर बनाई गई पेंटिग का रंग भी उडऩे लगा है। इसमें भी दरारें पड़ गई है।

उखडऩे लगी लाइटें

दशर्क दीर्घा में रोशनी के लिए लगाई गई लाइटें उखडने लगी है। कई लाइटें उखड़ कर बाहर आ गई है। अधिक रोशन के लिए लगाए गए लोहे के खम्भे बिना नटबोल्ट के ही खड़े हैं। यह जंग खा रहे हैं। इनके तार भी जुगाड़ से जोड़े गए हैं। इनमें से कभी भी हादसा हो सकता है। निर्माण के लिए सूचना केन्द्र के पत्थरों का इस्तमाल किया गया। बिना मिक्सर मशीन के हाथ से ही मसाला बना कर चिनाई व प्लास्टर किया गया है।

शौचालय में लगाई थी क्वालिटी कंट्रोल की लैब

नियमानुसार 1 करोड़ रूपए से अधिक के प्रोजेक्ट पर साईट पर ही क्वालिटी कंट्रोल के लिए लैब स्थापित करना आवश्यक है। यहां मेटेरियल की टेस्टिंग के बाद ही उसे प्रोजेक्ट में लगाया जाता है। लेकिन स्मार्ट सिटी के स्मार्ट अभियंता ने इस प्रोजेक्ट में घटिया माल जमकर खपाया। दिखावे के लिए सूचना केन्द्र के छोटे से महिला शौचालय की शीट की हटाकर उसमें प्रोजेक्ट की लैब स्थापित कर दी। जबकि उसमें एक कुर्सी रखने के बाद जगह ही नहीं है। क्वालिटी चेक के लिए सहायक अभियंता की जिम्मेदारी होती है।

हर सप्ताह विजिट,आरएएस अफसर को बनाया नोडल

स्मार्टसिटी के सीईओ व जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित प्रति सप्ताह स्मार्ट सिटी के कार्यों का निरीक्षण स्मार्ट सिटी के अभियंताओं के साथ करते हैं। उन्होनें इस प्रोजेक्ट के लिए आरएएस ऑफिसर देविका तोमर को नोडल भी बना रखा है। स्मार्ट सिटी का यह प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी के सहायक अभियंता रविकांत शर्मा के निर्देश में पूरा हुआ है। ओपन एयर थिएटर में हुआ घटिया काम किसी को नजर नही आया।

कलक्टर ने एडीएम को भेजा जांच के लिए

ओपन एयर थिएटर के घटिया निर्माण की जानकारी मिलने पर जिला कलक्टर ने गुरुवार को एडीएम (प्रोटोकॉल) आलोक जैन को निरीक्षण के लिए सूचना केन्द्र भेजा। उन्होनें प्रोजेक्ट का जायजा लिया तो सामने आया कि प्लास्टर के लिए बना छाने ही क्रेशर डस्ट खपाई गई है। प्लास्टर में बड़े-बड़े पत्थर नजर आ रहे थे। दीवारों व छतों में दरारें,सीलन तथा उखड़ी हुई लाइटें देखकर वे भी चौंक गए। निरीक्षण में सामने आया कि ठेकेदार पीपीसी सीमेंट खपा रहा था। बजरी के नाम पर बुरड़ा मिट्टी लगाई जा रही थी। घरेलू गैस सिलेंडर का भी उपयोग किया जा रहा था।

इनका कहना है

जिला कलक्टर के निर्देश पर ओपन एयर थिएटर का निरीक्षण किया गया है। प्लास्टर खराब था। छतों व दीवारों में दरारें है। सीलन की समस्या है। कल इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

आलोक जैन, एडीएम, प्रोटोकॉल अजमेर

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