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अजमेर
राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकार कार्यक्रम के तहत रविवार को हरयालो राजस्थान अभियान का आगाज हुआ। सागर विहार कॉलोनी स्थित बड़कालेश्वर मंदिर के निकट स्थानीय लोगों, युवाओं, महिलाओं, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने फलदार और फूलदार पौधे लगाए। लोगों ने धरती पर हरियाली फैलाने और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया।
हरयालो राजस्थान अभियान के तहत बड़कालेश्वर मंदिर में पौधरोपण किया गया। राजस्थान पत्रिका, लायंस क्लब अजमेर उमंग के संयुक्त तत्वावधान में लोगों ने शीशम, नीम, अमलताश, कचनार, बिल्व पत्र सहित मोगरा और अन्य पौधे लगाए। लोगों ने स्वप्रेरणा से पौधों के लिएगड्ढे खोदने के अलावा पौधों के लिए पानी का बंदोबस्त किया। इश दौरान क्लब अध्यक्ष अनिल गर्ग, क्लब सचिव अशोक गर्ग, लायन्स क्लब के उप प्रांतपाल अविनाश शर्मा, संजय भंडारी निवर्तमान प्रांतपाल सतीश मित्तल, पार्षद महेंद्र जैन मित्तल और अन्य ने पौधरोपण महायज्ञ में आहूति दी। कार्यक्रम संयोजक राजेंद्र कुमार गांधी, आभा गांधी और अन्य ने पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बढ़ाने का संकल्प लिया।
13 साल से कार्यक्रम
प्रकृति संरक्षण के इस अभियान की शुरुआत साल 2005 में हुई थी। तत्कालीन उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत और पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक गुलाब कोठारी ने इसका शुभारंभ किया था। इसके बाद लगातार तेरह साल से यह कार्यक्रम अनवरत जारी है। मानसून के दौरान यह अभियान विशेष तौर पर चलाया जाता है। पत्रिका के हरयालो राजस्थान अभियान के तहत विभिन्न संस्थाओं, आमजन, जनप्रतिनिधि और अन्य संगठनों के प्रतिनिधि 13 लाख से से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं। कई क्षेत्रों में हरीतिमा बढ़ाने के लिए लोग स्वत: पत्रिका से जुडऩे लगे हैं।
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हुई नेट-जेआरएफ परीक्षा
सुबह 9.30 से 10.30 बजे तक पहला 11 से 1 बजे तक द्वितीय पेपर हुआ। दोनों पेपर में सम-सामायिक और विषय संबंधित सवाल पूछे गए। परीक्षा से पूर्व सुबह 7 बजे से ही विद्यार्थियों की केंद्रों पर जांच की गई। मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। परीक्षा खत्म होने के बाद विद्यार्थी प्रश्नों पर चर्चा करते नजर आए।अजमेर में लॉरेन्स एन्ड मेयो पब्लिक स्कूल केंद्रीय विद्यालय सहित अन्य केंद्रों पर करीब 7 हजार विद्यार्थी पंजीकृत थे। इनमें करीब 90 प्रतिशत विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
केंद्रों के बाहर रखवाई सामग्री
परीक्षा में घड़ी, वॉलेट, पर्स, ज्योमिट्री बॉक्स, मोबाइल, पेजर, केलक्यूलेटर, हेयर पिन, चूड़ी, बैग, वाटर बॉटल, ब्रेसलेट और अन्य सामग्री साथ ले जाने की इजाजत नहीं थी। इसके बावजूद कई विद्यार्थी यह सामान लेकर पहुंचे। केंद्रों पर तैनात स्टाफ ने विद्यार्थियों से सामग्री लेकर बाहर रखवाई।
Published on:
08 Jul 2018 05:14 pm
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