अजमेर. कायड़ विश्राम स्थली में पीएम की सभा को लेकर बनाए प्रवेशद्वार में वीआईपी एन्ट्री गेट ज्यादा गरम रहा। जहां वीआईपी गेट पर बिना पासधारियों को पुलिस अधिकारियों ने नियमानुसार रोका तो कुछ विधायक व उनके समर्थकों को व्यवस्था रास नहीं आई, हालांकि थोड़ी तनातनी के बाद मामला शांत हो गया।
विश्राम स्थली में गेट नम्बर 11 पासधारी वीआईपी, जनप्रतिनिधि और मीडिया के प्रवेश के लिए आरक्षित रखा गया। यहां वीआईपी गेट पर अलवरगेट थानाप्रभारी श्यामसिंह तैनात थे। पीएम मोदी के पहुंचने से कुछ देर पहले अलवर के विधायक संजय शर्मा समर्थकों के साथ पहुंचे। उनके पास वीआईपी पास था, लेकिन 2-3 समर्थक बिना पास थे। एसएचओ सिंह ने उन्हें रोक दिया। यह विधायक शर्मा को नागवार गुजरा। उन्होंने एसएचओ को धमकाने के अंदाज में इतिहास पता करने की बात कही, जबकि सिंह का कहना रहा कि बिना पास किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। आखिर विधायक के मित्र ने अपना वीआईपी पास देकर मामला शांत कराया।

अपशब्द पर भड़के एसएचओ
भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ के बुलावे पर कुछ नेशनल मीडियाकर्मी बाहर से पहुंचे, लेकिन उनके पास वीआईपी पास नहीं था। कुछ के लिए जयपुर से आए पदाधिकारी ने इंतजाम कर दिए, लेकिन फिर भी चार कैमरामैन बाहर रह गए। इनमें से एक ने अनर्गल टिप्पणी कर दी। थानाप्रभारी ने उन्हें बिना पास अन्दर जाने से रोक दिया। पास का इंतजाम होने के बाद ही प्रवेश मिल सका।

पहले एएसपी-सीओ में कहासुनी
गेट नम्बर 11 के सामने वीआईपी पार्किंग स्टैण्ड बनाया गया, लेकिन वीआईपी के वाहन की निकासी के लिए पार्किंग के कॉर्नर की बल्ली खोलकर रास्ता बना दिया। ऐसे में करीब एक दर्जन वाहन वीवीआईपी गेट नम्बर 10 के अन्दर पहुंच गए। बिना अनुमति गेट बनाने पर पहले सीओ अजमेर ग्रामीण इस्लाम खान व ड्यूटी में तैनात एएसपी नरेन्द्र में तलखी से बातचीत हुई। कुछ देर बाद एडीएम सिटी भावना गर्ग पहुंची, लेकिन एएसपी ने गेट खोलना जरूरी बताया। पीएम मोदी के पहुंचते ही गेट को पुन: बंद कर दिया।

वाहन को टोह कर हटाया
वीवीआईपी गेट नम्बर 10 पर जिला परिषद सदस्य का वाहन खड़ा होने पर प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। यातायात पुलिस की क्रेन ने कार को टोह कर वीआईपी पार्किंग में खड़ा किया।
