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पहले दिया पुलिस को धक्का फिर यूं भागा था गिरफ्त से, अब आया ऊँट पहाड़ के नीचे

कोतवाली थाने में सहायक उपनिरीक्षक को धक्का देकर भागे कुख्यात वाहन चोर सद्दाम को जिला पुलिस ने सराधना में फिर से दबोच लिया।

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police arrested thief who ran away from police station

अजमेर . कोतवाली थाने में सहायक उपनिरीक्षक को धक्का देकर भागे कुख्यात वाहन चोर सद्दाम को जिला पुलिस ने मंगलवार को सराधना में फिर से दबोच लिया। आरोपित ने छह दिन की फरारी में अजमेर, जयपुर समेत परबतसर से 6 वाहन चुराए। पुलिस ने आरोपित से परबतसर में मार्बल व्यवसायी की चुराई लक्जरी का बरामद की है। स्पेशल टीम व क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस आरोपित से गहनता से पड़ताल में जुटी है।

पुलिस उप अधीक्षक (उत्तर) डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि 28 मार्च को कोतवाली थाने में सहायक उपनिरीक्षक मोइनुद्दीन को धक्का देकर भागे कुख्यात वाहन चोर नसीराबाद रामसर निवासी सद्दाम (24) पुत्र अब्दुल अजीज को मंगलवार को जयपुर-ब्यावर बाइपास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के सराधना में आने की सूचना एसपी राजेन्द्र सिंह को ब्यावर सदर थानाप्रभारी सहदेव ने दी। एसपी राजेन्द्र सिंह के आदेश पर ब्यावर सदर थानाप्रभारी सहदेव, सदर कोतवाली थानाप्रभारी धर्मवीर सिंह, क्रिश्चियन गंज थानाप्रभारी विजेन्द्र सिंह गिल के नेतृत्व में तीन टीम का गठन किया गया।

पुलिस की संयुक्त टीम ने सराधना में घेराबंदी कर सद्दाम को धरदबोचा। पुलिस ने उससे एक लक्जरी कार बरामद की है। पुलिस शेष चोरी के वाहनों की बरामदगी के प्रयास में जुटी है। उसकी गिरफ्तारी में कोतवाली थाने के उप निरीक्षक राधेश्याम, क्रिश्चियन गंज थाने के उप निरीक्षक राजेश मीणा, स्पेशल टीम प्रभारी मनोज कुमार, साइबर सेल प्रभारी जगमाल दाहिमा, हैड कांस्टेबल भगवान सिंह, सिपाही रणवीर सिंह , प्रभात कुमार व जोगेन्द्र सिंह अहम भूमिका निभाई।


ऑटोवाले को पहनाई 'टोपी

प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि सद्दाम ने थाने से भागते ही गांधी भवन से ऑटोरिक्शा में बैठ गया। वह संत फ्रांसिस अस्पताल के सामने रुकने की बात कहकर भीतर चला गया। देर तक नहीं लौटने पर ऑटो चालक ढूंढने आया तो वह दुबक गया। काफी इंतजार के बाद ऑटोरिक्शा चालक लौट गया।

छह दिन में पांच वारदातें
सद्दाम ने बताया कि अस्पताल से बाहर आते ही उसने पार्किंग संचालक बनकर मोटरसाइकिल सवार को वाहन स्टैंड पर ठीक से लगाने की बात कहते हुए मोटरसाइकिल ले ली। मोटरसाइकिल मालिक के बैंक के भीतर घुसते ही वह मोटरसाइकिल लेकर चम्पत हो गया। उसने चोरी की मोटरसाइकिल जयपुर भट्टा बस्ती में छोड़ दी।

जहां गया वहां चोरी
सद्दाम ने 29 मार्च को जयपुर भट्टा बस्ती से मोटरसाइकिल चोरी की और उसी दिन शास्त्रीनगर (जयपुर) में छोड़ दी। उसके बाद जयपुर रेलवे स्टेशन से एक मोटरसाइकिल चोरी कर वैशालीनगर थाने में छोड़ दी। फिर 30 मार्च को वैशाली नगर क्षेत्र से एक अल्टो कार चुराई, जिसे 2 अप्रेल को परबतसर (नागौर) क्षेत्र में छोड़ दिया। उसी दिन परबतसर के मार्बल प्रतिष्ठान मंगल श्री मार्बल से वेरेना कार चोरी की जिसे पुलिस ने सददम से बरामद किया है।

बिन पैसों के मौज मस्ती
सद्दाम ने बताया कि अजमेर, जयपुर के बीच घूमने के दौरान उसने कभी भी कहीं भी पैसे नहीं और मौज उड़ाता रहा। वह होटल में ठहरता, खाना खाता और बिना पैसे दिए चल देता था। वह ऑटोरिक्शा में सफर के दौरान चालक को टोपी पहनाकर निकल जाता।

पलक झपकते खोलता है लॉक
सद्दाम ने बताया कि वह किसी भी मोटरसाइकिल का हैंडिल लॉक खोलने के बाद पलक झपकते ही स्टार्ट कर देता है। मोटरसाइकिल के अलावा किसी भी कार का लॉक को खोलने में उसे ज्यादा देर नहीं लगती।