
जयपुर में गैंगस्टर को पुलिस ने पकड़ा, अजमेर में गुर्गे ने किया सरेंडर
अजमेर. मनी एक्सचेंज व्यवसायी मनीष मूलचंदानी हत्याकांड में फरार चौथे आरोपी शंकर बलाई ने बुधवार को कोतवाली थाना पुलिस में समर्पण कर दिया। वहीं देर शाम गिरोह के सरगना जितेन्द्रसिंह उर्फ जीतू बना को जयपुर के आसलपुर क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में पकडऩे की सूचना है। अजमेर जिला पुलिस को आरोपियों की छह माह से तलाश थी।
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि जयपुर नरेणा सीतारामपुरा निवासी शंकर बलाई ने बुधवार को सदर कोतवाली थाने में सम्र्पण कर दिया। शंकर गिरोह के सरगना जितेन्द्रसिंह उर्फ जीतू बना व अन्य साथियों के साथ मिलकर 21 फरवरी को जयपुर रोड आगरा गेट स्थित मनी एक्सचेंज व्यवसायी मनीष मूलचंदानी की हत्या, डकैती की वारदात अंजाम देने के बाद से फरार है। हालांकि वारदात के बाद बदमाशों का 4 माह तक सुराग नहीं लग सका लेकिन जिला पुलिस की साइबर सेल व स्पेशल टीम ने 16 जुलाई को हत्या की वारदात का पर्दाफाश गिरोह के गुर्गे जोबनेर बोराज निवासी मोईनुद्दीन उर्फ मैनू, बोबास निवासी सीताराम जाट, सीकर दातारामगढ़ डांसरोली निवासी अर्जुनसिंह उर्फ अज्जू को गिरफ्तार कर लिया।
आमेट में आमना-सामना
गुर्गो की गिरफ्तारी के बाद 17 जुलाई को पुलिस को शंकर बलाई की लोकेशन बगरू के बाद में राजसमंद आमेट चतरपुरा क्षेत्र में आई। जिला पुलिस की एक टीम राजसमन्द आमेट पहुंची। स्थानीय पुलिस की मदद से पुलिस ने ग्रेनाइट गैंगसा पर दबिश दी। यहां जीतू बना, शंकर बलाई, रणवीर सिंह उर्फ रणसा समेत 2 अन्य साथी पुलिस पर ताबड़तोड़ फायर करते हुए फरार हो गए।
बगरू में होटल पर फायरिंग
जीतू बना व उसके गुर्गे बीते एक सप्ताह में फायरिंग की दो वारदात अंजाम दे चुके थे। गिरोह बगरू के होटल व्यवसायी पर रंगदारी का दबाव बना रखा था। बीते सोमवार रात को जीतू बना और उसके साथियों ने बगरू में होटल के बाहर पार्किंग में खड़ी तीन लग्जरी कार को आग लगाने के बाद फायर किया था। इसके बाद अजमेर पुलिस भी गिरोह पर दबाव बनाए हुए थी।
Published on:
21 Aug 2019 07:18 pm
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