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निजीकरण को बढ़ावा! विद्युत उपभोक्ता बढ़े मगर कर्मचारियों के पद घटे

locationअजमेरPublished: Jul 27, 2021 09:31:33 pm

Submitted by:

bhupendra singh

-60 लाख 79 हजार उपभोक्ताओं पर केवल 14747 कर्मचारी-कर्मचारियों, अभियंताओं के 25 फीसदी पद रिक्त
अजमेर डिस्कॉम

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भूपेन्द्र सिंह

अजमेर. अजमेर डिस्कॉम को राज्य सरकार ने एक तरफ जहां टीएंडडी लॉस (छीजत) कम करने और 100 फीसदी राजस्व हासिल करने लक्ष्य तो दे दिया है लेकिन कर्मचारियों के रिक्त पद इसके आड़े आ रहे है। डिस्कॉम के तहत आने वाले 11 जिलों में जहां 60 लाख 79 हजार विद्युत उपभोक्ता है। वहीं उपभोक्ताओं के मुकाबले कर्मचारियों की संख्या बढऩे के बजाय लगातार कम होती जा रही है। निगम में कर्मचारियों के स्वीकृत 19 हजार 732 पदों में से मात्र 14 हजार 747 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं यानी 75 प्रतिशत से भी कम है। हालत यह है कि निगम के सर्वाधिक विद्युत छीजत वाले नागौर जिले में भी कनिष्ठ अभियंताओं की पूरी भर्ती नहीं है जिससे वहां के कर्मचारी जोखिम भरे हालात में काम करने को मजबूर हैं। निगम कार्यक्षेत्र 11 जिलों में 12 वर्षों के अंतर्गत फैला हुआ है जहां पर प्रति वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में लगभग सवा 4 किलोमीटर लाइन आती है। मौजूदा कर्मचारियों पर जहां अतिरिक्त कार्य का दबाव है वहीं कर्मचारियों के पद भरने के बजाय सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है।
413 उपभोक्ताओं पर एक कर्मचारी

अजमेर डिस्कॉम में जहां एक तरफ उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है तो वही दूसरी और कर्मचारियों की लगातार कमी हो रही है। जहां वर्ष 2015-16 में 44 लाख 35 हजार उपभोक्ता थे वहीं वर्तमान में 60 लाख 79 हजार उपभोक्ता है। यानि कि 413 उपभोक्ताओं पर एक कर्मचारी कार्य कर रहा है। सरकार जहां एक तरफ प्रत्येक व्यक्ति को विद्युत कनेक्शन देना चाह रही है तो वही कर्मचारियों की छटनी पर उतारू है।
पद और कर्मचारी दोनों घटे
मार्च 2016 में डिस्कॉम में कुल 23975 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 16 हजार 141 पदों पर कर्मचारी कार्यरत थे लेकिन पिछले 5 वर्षों में स्वीकृत पद भी 4243 घटाकर 19532 कर दिए हैं इन वर्षों में 5879 कर्मचारी या तो सेवानिवृत्त हो गए या त्यागपत्र दे दिया है। मार्च 2016 में अजमेर डिस्कॉम में 16141 कर्मचारी कार्य कर रहे थे जो कि 4485 नई भर्तियों के बाद भी वर्तमान में घटकर 14545 रह गए।
अलग-अलग संवर्गो की स्थिति

प्रशासनिक वर्ग में 7 स्वीकृत पदों में से 6,अभियांत्रिकी वर्ग में 1547 में से 1381,सूचना प्रौद्योगिकी के 237 में से 190,सिविल वर्ग में 41 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 36, कार्मिक संवर्ग में 32 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 23, लेखा और वित्त संवर्ग में 758 पदों के विरुद्ध 602, मंत्रालयिक संवर्ग में 2346 के विरुद्ध 1463 और तकनीकी संवर्ग में 14002 के विरुद्ध 10517 कार्मिक कार्यरत है। सतर्कता शाखा में 162 में से 108 और चतुर्थ श्रेणी और अन्य वर्गों में 600 में से 421 पदों पर ही कार्मिक कार्यरत है।
14 हजार 954 करोड़ की वसूली का जिम्मा
निगम के 14747 कर्मचारियों को 14954 करोड रुपए के राजस्व वसूली का कार्य भी करना है । इसके साथ ही विद्युत सप्लाई बहाल रखना और प्रशासनिक कार्य और शिकायतों का निस्तारण भी इनके ही जिम्मे है। अजमेर डिस्कॉम को राज्य सरकार ने वर्ष 2021-22 में छीजत 11 प्रतिशत करने का लक्ष्य दिया है कर्मचारियों के अभाव से वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों पर इसको पूरा करने का दबाव है। लक्ष्य पूरे नहीं होने पर सरकार को निजीकरण का मौका मिलता है।
87256 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र तकनीकी कर्मचारियों के पास

विद्युत छीजत कम करने का कार्य सर्वाधिक तकनीकी संवर्ग में आता है जहां 14002 पदों के विरुद्ध मात्र 10517 कर्मचारी कार्यरत हैं। इन तकनीकी कर्मचारियों को अपने फीडर पर विद्युत लॉस कम करने, मीटर की रीडिंग लेने, विद्युत बिलों को बांटने, बिलों की राशि जमा करने, बकाया राशि पर कनेक्शन काटने, विद्युत की चोरी पकड़वाने के कार्य दिए गए हैं। कई क्षेत्रों में 11 तकनीकी कर्मचारी के पास 50-50 किलोमीटर का इलाका है इसके अलावा जीएसएस का संचालन भी तकनीकी कर्मचारियों के हवाले है।
बिल और रीडिंग का कार्य ठेके पर

निगम में मंत्रालयिक संवर्ग के 2346 पद स्वीकृत हैं उनमें से मात्र 1463 पदों पर ही वर्तमान में कर्मचारी कार्यरत हैं। हालत यह है कि निगम द्वारा करोड़ों रुपए के बिलिंग सॉफ्टवेयर, बिल प्रिंटिंग मशीन खरीदने के बाद भी बिल प्रिंटिंग और रीडिंग जैसे कार्य ठेके पर करवाने पड़ रहे हैं।
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