अजमेर अजमेर में इस बाइपास की लम्बाई 24.1 किमी है। 22 किमी नया आलानमेंट है। बांडी घाटी में रिआइनमेंट का काम चल रहा है। कर्व बनाए जा रहे है। एक्सीडेंटल जोन खत्म करने के लिए आकाशवाणी के पास जयपुर रोड पर फ्लाइओवर बनाया जाएगा। जिससे नागौर की तरफ से आने वाले ट्रैफिक डायवर्ट होकर जयपुर रोड पर जा सकें। 3 अंडरपास, 1 मेजर व 1 माइनर ब्रिज बनेगा, कलवर्ट भी बनाए जाएंगे। अजमेर की सीमा बाडी घाटी तक है। सड़क का डामरीकरण किया जा चुका है इस पर धड़ल्ले से वाहन गुजर रहे हैं।
नागौर नागौर में रेण बाइपाइपास, इनाना बाइपास, मंडवा रिअलाइनमेंट, बड़ाया रिअलाइनमेंट का काम जारी है। पूरानी सड़क का नवीनीकरण किया जा रहा है। निर्माण कार्य अगस्त 2022 तक पूरा होना है। 7 गावों को जाम व प्रदूषण से मुक्ति
नया बाईपास कायड़, गगवाना, माकड़वाली, घूघरा, कानस, तिलोरा, होकरा, देवनगर के बाहर से निकलेगा। इससे इन गावों को प्रदूषण व जाम से मुक्ति मिलेगी। वर्तमान बाईपास आबादी से दूर है। यह होगा फायदा
बाईपास के पूर्ण रूप से संचालित होने के बाद अजमेर-पुष्कर-नागौर के लिए आने जाने के लिए कम दूरी कवर करनी पड़ेगी। धन व समय की बचत होगी। हाइवे के आसपास पर क्षेत्र व कॉलोनियों का विकास होगा। स्वरोजगार के नए अवसर मिलेंगे। तीर्थराज पुष्कर में जाम की समय दूर होगी। स्थानीय लोगों के साथ ही देसी विदेश पर्यटकों को भी जाम से मुक्ति मिलेगी। ट्रक व हैवी ट्रोले तथा वीडियो कोच बसों के कारण अक्सर जाम लगता है। पुष्कर बस स्टैड के बाहर हमेशा ट्रैफिक बाधिक रहता है। अब नागौर के वाहन बाइपास से निकल जाएंगे। पुष्कर मेले के दौरान वन साइड के रूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा। ख्वाजा साहब के उर्स के दौरान भी नागौर की तरफ से आने वाले जायरीन को सुविधा होगी।
मेडिकल कॉलेज कायड़ क्षेत्र में बनने वाले मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर व स्टॉफ तथा अन्य के आवाजाही में सुविधा होगी। यह बाइपास मेडिकल कॉलेज के बीच से निकल रहा है। इसके दोनो ओर मेडिकल कॉलेज भवन बनेगा।
बाधा भी पूर्व में निर्माण कम्पनी ने काम छोड़ा। अब नया टेंडर कर काम करवाया जा रहा है। कुछ जगहों पद भूमि विवाद के कारण काम प्रभावित है। read more:
पृथ्वीराज नगर और डीडी पुरम के विकास का खाका तैयार कर रहा एडीए