
अजमेर. राज्य की भौगोलिक स्थिति को देखते युवाओं के लिए नए केंद्रीय विश्वविद्यालय की जरूरत है। अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में महज एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। देश के सबसे बड़े राज्य के लिहाज से यह पर्याप्त नहीं है। साल 2009 में राज्य में किशनगढ़-बांदरसींदरी में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी। इसके बाद से केंद्र से राज्य को दूसरी यूनिवर्सिटी नहीं मिल सकी है। राज्य का क्षेत्रफल 342,239 वर्ग किलोमीटर है। साल 2011 के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.1 प्रतिशत है।
राज्य में पहले 33 जिले थे। पिछले साल अगस्त में 19 नए जिलों की घोषणा हुई। अब जिलों की संख्या 50 हो गई है। जनसंख्या साढ़े छह करोड़ से अधिक है।
राज्य के 50 जिलों को देखते हुए प्रदेश में सिर्फ एक केंद्रीय विश्वविद्यालय नाकाफी है। जबकि राजस्थान से छोटे आंध्र प्रदेश में 3, दिल्ली में 7, गुजरात, असम, मध्य प्रदेश व जम्मू-कश्मीर में 2-2 तथा मणिपुर में 3 2 केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं।
1.50 लाख-यूजी और पीजी कोर्स
1.50 हजार-इंजीनियरिंग, मेडिकल में
50 हजार -मैनेजमेंट कोर्स में
10 हजार-विदेश में पढ़ाई करने
2.50 लाख-प्राइवेट यूनिवर्सिटी में
40 हजार-विभिन्न केंद्रीय संस्थानों में
28 राज्य स्तरीय यूनिवर्सिटी हैं राज्य में
565 यूजी-पीजी कॉलेज
53 प्राइवेट यूनिवर्सिटी
07 डीम्ड यूनिवर्सिटी
राज्य के अलावा देशभर के विद्यार्थियों के प्रवेश
संसाधनों और वित्तीय सहायता में अग्रणी
स्पेशल कोर्स और रिसर्च
विदेशी संस्थानों से एमओयू
केंद्र सरकार के नियंत्रण में
भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। यहां महज एक केंद्रीय विवि है। युवाओं के लिए कम से कम दो सेंट्रल यूनिवर्सिटी और बनने चाहिएं।- प्रतिभा सक्सेना
छोटे-छोटे राज्य में दो-तीन केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। युवाओं के शैक्षिक उत्थान के लिए राजस्थान में भी इतने ही केंद्रीय विश्वविद्यालय होने चाहिएं।- भगवान सिंह चौहान
Published on:
31 May 2024 10:31 am
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