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आ गई बड़ी खुशखबरी, राजस्थान के ये 16 शहर बनेंगे स्मार्ट क्लीन-ग्रीन हब, जानें क्या मिलेगी सुविधाएं

Ajmer News: पुष्कर सहित बूंदी, नाथद्वारा, खाटूश्यामजी, माउंट आबू, बालोतरा, भरतपुर, बीकानेर, सवाईमाधोपुर, अलवर, जोधपुर, जैसलमेर, किशनगढ़, भिवाडी, भीलवाडा, मंडावा शहरी क्षेत्र शामिल हैं।

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प्रतीकात्मक तस्वीर: पत्रिका

Rajasthan Good News: केन्द्र की स्मार्टसिटी योजना की तर्ज पर पुष्कर सहित प्रदेश के 16 शहर क्लीन, ग्रीन एवं ईको शहर के रूप मे विकसित होंगे। धार्मिक एवं पर्यटन के लिहाज अहमियत वाले शहर के लिए खास योजना तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2025-26 के तहत स्वीकृत कार्य इस योजना में शामिल किए जाएंगे।

स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने योजना क्रियान्वित को लेकर सूचीबद्ध किए गए शहरों से संबंधित जिला कलक्टर की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया है। योजना के तहत आरयूआईडीपी की ओर से जिला कलक्टर को भेजे गए पत्र में स्मार्ट सिटी प्रस्ताव में कार्य करवाने के लिए 16 शहरों में पुष्कर को प्रमुखता देते हुए इस स्मार्ट क्लीन और ग्रीन इको सिटी के रूप में विकसित करने के लिए जानकारी मांगी है।

3 से 4 वर्ग किलोमीटर का होगा दायरा

शहर का लगभग 3 से 4 वर्ग किलोमीटर के प्रमुख सड़क खंड को आदर्श क्षेत्र को उन्नत सड़कें, स्मार्ट सौर स्ट्रीट लाइटिंग, छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र, बेहतर हरियाली, उपयोगिता नलिकाओं जैसे आवश्यक बुनियादी ढांचे के साथ एकीकृत विकास को प्रदर्शित लाइट हाउस क्षेत्र’ के रूप में चिन्हित और विकसित करने की योजना भी शामिल है।

प्रदेश के ये शहर हैं शामिल

पुष्कर सहित बूंदी, नाथद्वारा, खाटूश्यामजी, माउंट आबू, बालोतरा, भरतपुर, बीकानेर, सवाईमाधोपुर, अलवर, जोधपुर, जैसलमेर, किशनगढ़, भिवाडी, भीलवाडा, मंडावा शहरी क्षेत्र शामिल हैं।

इन कार्यों पर रहेगा फोकस

इन शहरी क्षेत्रों को पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ, जलवायु-अनुकूल।

सांस्कृतिक रूप से जीवंत रखने, नागरिक-केंद्रित नागरिक स्थलों में बदलने

हरित बुनियादी ढांचे और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने

एकीकृत जल विरासत प्रणालियां स्थापित करना।

हरित और खुले स्थानों को एकीकृत करते हुए सांस्कृतिक विरासत पथ विकसित करना, पर्यटन पहलों को सुगम बनाना।

स्थायी विरासत संपत्तियों का संरक्षण।

वर्षा जल संचयन के तहत पारंपरिक बावड़ियों का पुनरुद्धार के समाधन।

शहरी लचीलापन बढ़ाने के लिए ब्लू-ग्रीन बुनियादी ढांचा विकसित करना।

इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के उपयोग को बढ़ावा देने के कार्यों को प्राथमिकता।

पुष्कर के विकास को लगेंगे पंख

पुष्कर विकास की यह तीसरी बड़ी योजना है। इससे पूर्व आरयूआईडीपी की ओर से पुष्कर सरोवर के घाटों के विकास को लेकर साढ़े पांच करोड की योजना वर्तमान में चल रही है। विगत दिनों पुष्कर यात्रा के दौरान सीएम भजन लाल शर्मा 130 करोड़ की पुष्कर कोरिडोर की घोषणा कर चुके हैं।

बनेगी एससीपी, हितधारकों के सुझाव भी शामिल

योजना को मूर्त रूप देने से पहले सभी संबंधित हितधारकों को शामिल करते हुए एक परामर्श प्रक्रिया के माध्यम से एक व्यापक स्मार्टसिटी प्रस्ताव (एससीपी) तैयार किया जाएगा।