
rpsc RAS exam 2018
अजमेर.
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने आरएएस प्रारंभिक परीक्षा-2018 की उत्तरकुंजी पर मिली आपत्तियां का तार्किक ढंग से निस्तारण किया। कई प्रश्नों के मामले में अभ्यर्थियों से मिले प्रमाण की विशेषज्ञों, लेखकों, परीक्षकों और उच्च स्तरीय समिति से पुख्ता जांच कराई गई। इसके बाद ही इन्हें जारी किया गया।
आयोग ने 5 अगस्त को आरएएस प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया था। इसकी उत्तरकुंजी पर 15 अगस्त तक आपत्तियां मांगी गई थी। आपत्तियां प्रामाणिक पुस्तकों के प्रमाण के साथ सिर्फ ऑनलाइन स्वीकार की गई। आयोग ने आपत्तियों के निस्तारण में बहुत सतर्कता बरती। अभ्यर्थियों से मिले प्रमाण की विशेषज्ञों, लेखों, परीक्षकों सहित उच्च स्तरीय समिति से जांच कराई गई।
कुछ यूं किया निस्तारण...
-9 अगस्त 2018 तक सूरतगढ़ और छबड़ा में सर्वाधिक विद्युत उत्पादन के प्रश्न पर आयोग को आपत्ति मिली। ज्यादातर अभ्यर्थियों ने सूरतगढ़ को सही माना। लेकिन आयोग ने दोनों क्षेत्र के अभियंताओं और उच्चाधिकारियों से लिखित में जांच कराई इसके बाद ही प्रश्न का निस्तारण हुआ।
-उदयपुर के फतहसागर झील स्थित सौर वेधशाला के प्रश्न पर भी आपत्ति मिली। अधिकांश अभ्यर्थियों ने जयपुर के जंतर-मंतर स्थित सौर घड़ी को सही माना। लेकिन आयोग ने सौर वेधशाला के उच्चाधिकारियों और देश के अन्य विशेषज्ञों की राय के आधार पर इसका निस्तारण किया
-एक प्रश्न से जुड़े प्रश्न का किताब में ही गलत उत्तर छपा था। इस पर आयोग ने पुस्तक लेखक से संपर्क किया। लेखक ने पुस्तक में ही संबंधित प्रश्न का उत्तर गलत छपने की जानकारी दी।

Published on:
03 Nov 2018 08:53 am
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