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चारपाई पर सोते आई मौत, कोई सिर पर गोली मारकर सदा के लिए गहरी नींद सुला गया

  मृतक दिहाड़ी पत्थर मजदूर था जो लॉकडाउन के चलते घर पर ही रहा,परिजन बोले-उसकी किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी, पुलिस ने डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य

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चारपाई पर सोते आई मौत, कोई सिर पर गोली मारकर सदा के लिए गहरी नींद सुला गया

चारपाई पर सोते आई मौत, कोई सिर पर गोली मारकर सदा के लिए गहरी नींद सुला गया

अजमेर/धौैलपुर. मौत कब और किस तरीके से आ जाए। कुछ कहा नहीं जा सकता। अच्छे भले इंसान के दिन जब पूरे हो जाते हैं तो उसे यमदूत उठा ले जाता है। इसके लिए कोई गरीबी और अमीरी नहीं देखी जाती। इसका प्रमाण बाड़ी शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव तिलुआ के अड्डा में देखा जा सकता हैं। यहां मंगलवार देर रात अज्ञात लोगों ने एक मजदूर युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद हत्यारे फरार हो गए।

हत्या के पीछे कोई रंजिश

मृतक कोरोना के चलते लॉकडाउन में बेरोजगार था। पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर साक्ष्य जुटाए हैं। आरोपितों को चिह्नित करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। प्रारंभिक पड़ताल में हत्या के पीछे कोई रंजिश लगती हैं। पुलिस ने बुधवार को पोस्टमार्टम करा शव परिजन के सुर्पुद कर दिया।

उसे पता ही नहीं चला...

मृतक संजीत पुत्र छोटेलाल कोली मंगलवार रात रोटी खाकर सोया था। इससे पहले उसका किसी से कोई झगड़ा या विवाद भी नहीं हुआ। चारपाई पर वह गहरी नींद में सो रहा था। तभी हमलावर झोपड़े की कच्ची दीवार फांदकर आए और संजीत के सिर में गोली मारकर भाग छूटे।

बाड़ी पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र डागुर के अनुसार मृतक के छोटे भाई शेरसिंह नें अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। कोतवाली थाना क्षेत्र के वार्ड नं. 20 के गांव तिलुआ के अड्डा निवासी संजीत पुत्र छोटेलाल कोली (४५) पेशे से दिहाड़ी श्रमिक था।

कूलर के शोर में फायर की आवाज दबी

कूलर की तेज आवाज से किसी परिजन ने गोली चलने की आवाज तक नहीं सुनी। वारदात के बाद घर का कोई सदस्य पानी पीने के लिए उठा तो संजीत चारपाई पर लहुलूहान नजर आया। तब जाकर हत्या का पता चला। पत्नी और बच्चों का विलाप सुनकर पड़ोसी व अन्य लोग मौके पर पहुंचे।

लॉकडाउन के चलते घर पर था संजीत

मृतक के छोटे भाई शेरसिंह ने बताया कि उसका भाई संजीत पत्थर मजदूर था। इसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, पिछले एक महीने से कोरोना के चलते वह घर पर बैठा हुआ था। कभी- कभार इधर-उधर घूम आता था। मंगलवार रात वह राजीखुशी खाना खाकर सोया था। उसे क्या पता था कि यह रात उसकी आखिरी होगी।

डॉग स्क्वायड व एफएसएल ने जुटाए साक्ष्य

मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने भरतपुर से डॉग स्क्वायड टीम और धौलपुर से एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया, जिसने घटनास्थल का मौका मुआयना किया है। पुलिस ने कई साक्ष्य जुटाए हैं।।

रोता बिलखता रहा परिवार

मृतक संजीत के दो पुत्र है। उसकी पत्नी कई दिनों से बीमार है। घटना के बाद से परिजन का रो-रोकर बुरा हाल रहा। बस्ती के लोगों ने उनको ढाढस बंधाया। लोगों में इस प्रकार की हत्या को लेकर जगह-जगह चर्चाएं और दहशत का माहौल नजर आया।