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अस्पताल के लिए कहीं कम पड़ रही जमीन,तो कहीं आवेदन ही सही नहीं

महामारी में भी अस्पताल निर्माण के प्रस्ताव खा रहे हैं सरकारी टेबलो के धक्के जिले में प्रस्तावित हैं 18 सीएचसी, पीएचसीे

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भूपेन्द्र सिंह

अजमेर. करोना महामारी के समय में जहां ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पतालों की सर्वाधिक आवश्यकता है वहीं दूसरी तरफ अस्पताल निर्माण के प्रस्ताव जमीन आवंटन एवं अन्य प्रक्रियाओं में इधर-उधर धक्के खा रहे हैं। हाल यह है कि जिले में सीएचसी, पीएचसी सहित 18 अस्पताल निर्माण के जमीन आवंटन के प्रकरण सरकारी दफ्तरों की टेबलें पर ही धूल खा रहे हैं। इनमें से 2 प्रकरण में में भूमि आवंटित की जा चुकी है लेकिन आवंटित भूमि को प्रस्तावित उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा भूमि को अपर्याप्त बताया है। 5 मामलों में भूमि के लिए निर्धारित प्रपत्र में आवेदन नहीं किया गया है। 19 में से 11 प्रकरण अजमेर विकास प्राधिकरण से संबंधित हैं।

इनका आवेदन ही सही नहीं

अस्पताल निर्माण के 5 प्रकरणों में निर्धारित प्रारूप में भूमि आवंटन के लिए आवेदन ही नहीं किया गया है। प्रस्तावित उप स्वास्थ्य केन्द्र मानपुरा की ढाणी, होशियार, कायड़, बडग़ांव ,किरानीपुरा के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा निर्धारित प्रारूप में आवेदन नहीं किया गया नहीं किया गया। 64 प्रकरणों में भूमि आवंटन की प्रक्रियाधीन हैअजमेर में आदर्श नगर सेटेलाइट हॉस्पिटल के विस्तार के लिए एडीए बोर्ड मीटिंग में प्रस्ताव लिया जा चुका है। लेकिन राज्य सरकार से स्वीकृति अभी तक जारी नहीं हुई है। साइट प्लान के लिए प्रक्रिया अधूरी है। श्रीनगर ब्लॉक में प्रस्तावित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उंटड़ा के लिए भूमि आवंटन का प्रस्ताव लिया जा चुका है परंतु आवंटन की प्रक्रिया अभी भी पूर्ण नहीं हुई है।

यहां पंचायत करेगी आवंटन

दौराई और कानस गांव में में प्रस्तावित उप स्वास्थ्य केंद्र एडीए द्वारा ग्राम पंचायत को आबादी विस्तार एवं सामुदायिक सुविधाओं के लिए भूमि आवंटित की गई थी इनमें से स्वास्थ्य केंद्र हेतु भूमि प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत में आवेदन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को कहा गया है। तारागढ़ में प्रस्तावित उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए खुद्दम सैयदजादगान दरगार मीरा साहित के सचिव ने सीएमएचओ को भूमि उपलब्ध करवाने पर सहमति दी है।

इनके प्रकरण सरकार को भेजे

केवल केकड़ी के तस्वारिया गांव में भूमि आवंटन हुआ है उसकी तरमीन भी कर दी गई है। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय केकड़ी के लिए प्रकरण राज्य सरकार को भेजा जा चुका है। गेगल तथा ढाणी पुरोहितान (किशनगढ़) में प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्र में चारागाह क्षतिपूर्ति के लिए गांव में सिवायचक चक भूमि उपलब्ध नहीं होने से अन्य गांवों से भूमि प्रस्तावित की गई है जिसको स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा गया है।जमीन चिन्हीकरण के लिए एसडीओ को लिखा केकड़ी में प्रस्तावित नवीन आयुर्वेदिक योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय तथा राजस्थान राज्य अनुसंधान केंद्र केकड़ी में उपखंड अधिकारी को उपयोग भूमि चिन्हित करने के लिए प्रस्ताव भिजवाया जा चुका है।

यहां चाहिए अधिक भूमि

अराई ब्लॉक के प्रस्तावित उप स्वास्थ्य केंद्र माला, सीरोंज, बालापुरा एवं देवरिया के भूमि आवंटन के प्रस्ताव ग्राम पंचायत के स्तर पर लंबित हैं। इन सभी प्रकरणों में ग्राम पंचायत द्वारा जो भूमि प्रदान की जा रही थी चिकित्सा विभाग के द्वारा उस भूमि को अपर्याप्त बताते हुए अधिक भूमि की मांग की जा रही है। प्राधिकरण आयुक्त अक्षय गोदारा के अनुसार ऊंटड़ा पीएचसी के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा जा चुका है। दौराई में भूमि का आवंटन पंचायत करेगी। शेष के आवंटन प्रक्रियाधीन हैं।

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