चौहान राजवंश के पृथ्वीराज और कन्नौज की राजकुमारी संयोगिता के किस्से ढोला-मारू, हीर-रांझा, रोमियो-जूलियट की तरह लोगों की जुबान पर तो नहीं थे। लेकिन प्रेमी युगल के असीम प्रेम, पति-पत्नी के समर्पण की कोई तस्वीर बनाई जाए तो यह दोनों उसमें अलग ही नजर आएंगे।