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आतंकी डॉ. अंसारी-टुंडा के अजमेर से जुड़े है तार

-कानपुर से गिरफ्तार डॉ. बम ने खोले राज, डॉ. बम ने आतंकी टुंडा से सीखा है बॉम बनाने का गुर

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अजमेर

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Manish Singh

Jan 18, 2020

आतंकी डॉ. अंसारी-टुंडा के अजमेर से जुड़े है तार

आतंकी डॉ. अंसारी-टुंडा के अजमेर से जुड़े है तार

अजमेर(Ajmer News).

मुम्बई से फरार होने के बाद कानपुर में गिरफ्तार आतंकी डॉ. मोहम्मद जलीस अंसारी (dr. Mohammad jalish ansari) के तार अजमेर से जुड़े है। डॉ. अंसारी जहां अजमेर सेन्ट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वहीं वह कुख्यात आतंकी व दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस बम धमाके का मुख्य आरोपी सैयद अब्दुल करीब टुंडा के करीब रह चुका है। उसने टुण्डा से ही टिफिन बम बनाने की विधि सीखी थी।

सीरियल बम ब्लास्ट में आतंकी अब्दुल करीम टुंडा(Syed Abdul karim tunda) भी समय-समय पर अजमेर का टाडा अदालत में पेश होता रहा है। उसे अजमेर जेल में भी कुछ समय रखा गया था। जहां आतंकी डॉ. मोहम्मद जलीस अंसारी पहले से मौजूद था। हालांकि टुंडा को दिल्ली की तिहाड़ जेल से अजमेर लाया जाता रहा है। कानपुर पुलिस की गिरफ्त में आए डॉ. अंसारी ने टुण्डा से जुड़े कई राज भी खोले।

टुंडा से मिला है अंसारी

अंसारी के पिता मुंबई में रहकर मजदूरी करते थे जलीस के 6 भाई हैं। वर्ष-1988 में हैदराबाद के आजम गौरी ने अंसारी की अब्दुल करीम टुंडा से मुलाकात करवाई। टुंडा भी देशी विधि से बम बनाने में माहिर था। अंसारी ने टुंडा से बम बनाने की विधि सीखी थी। टुंडा भी राजधानी एक्सप्रेस सीरियल ब्लास्ट का आरोपी है।

ऐसे बना डॉक्टर बम

जलीस ने 1982 में साइन हॉस्पिटल मुम्बई से एमबीबीएस किया। वह बीएमसी हॉस्पिटल में डॉक्टर नियुक्त हुआ था लेकिन चिकित्सकीय सेवा से ज्यादा उसका मन बम बनाने में लगता था। टिफिन बम बनाने में वह माहिर है। वह कई आतंकियों को बम बनाने की ट्रेनिंग दे चुका है। वह 1992 के बाद देशभर में हुए सीरियल बम धमाकों में आरोपी है। एनआईए भी उससे पूछताछ कर चुकी है।

पहली बार 94 में गिरफ्तार

राजधानी एक्सप्रेस में बम रखने के आरोप में सीबीआई ने 1994 में पहली बार अंसारी को गिरफ्तार किया था। अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद पुणे में बम प्लांट करने का आरोप भी उस पर है। अंसारी ने मालेगांव की गिरना नदी में भी ब्लास्ट कराया था। इस मामले में उसको 10 साल की सजा हुई थी।

बांग्लादेश के रास्ते आया भारत

पूछताछ में सामने आया कि अंसारी 1992 में बांग्लादेश के रास्ते भारत आया। इससे पूर्व वह पाक में आतंकवाद से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त किया। हूजी संगठन के सदस्य के सम्पर्क में रहा तथा भारत में इंडियन मुजाहिद्दीन के साथ रहकर सीरियल बम धमाकों को अंजाम दिया।

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