अजमेर.जूही चेलानी थैलेसीमिक है। लेकिन उसकी यह बीमारी उसकी पढ़ाई के कभी आड़े नहीं आती। घंटों पढकऱ जूली ने 92.33 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं, वो भी बिना किसी ट्यूशन के। जूही ने बताया कि वह ग्यारहवी कक्षा में साइंस बायो लेना चाहती है। इसके बाद एमबीबीएस की पढ़ाई करके डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती है। वह थैलेसीमिया के रोगियों का उपचार और उनकी हर संभव मदद करना चाहती है।