scriptशहरवासी ध्यान दें…अभी झेलनी पड़ेगी जाम की परेशानी,एक साल की देरी से चल रहा एलीवेटेड रोड का निर्माण,जल्द पूरे होने के उम्मीद नहीं | the construction of elevated road running late by one year, is not exp | Patrika News

शहरवासी ध्यान दें…अभी झेलनी पड़ेगी जाम की परेशानी,एक साल की देरी से चल रहा एलीवेटेड रोड का निर्माण,जल्द पूरे होने के उम्मीद नहीं

locationअजमेरPublished: Jul 11, 2021 02:09:55 pm

Submitted by:

bhupendra singh

40फीसदी हुआ ही हुआ अब तक काम
225 में से 84 करोड़ ही हुए खर्च
89में से 22 पर ही रखे जा सके स्पान
निर्माण में देरी के लिए कम्पनी और अभियंताओं पर कार्रवाई नहीं

 smart city

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भूपेन्द्र सिंह

अजमेर. शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मार्टिनडल ब्रिज से महावीर सर्किल और गांधी भवन से पुरानी आरपीएससी तक बनाए जा रहे एलीवेटेड रोड का निर्माण एक साल की देरी से चल रहा है। काम की गति को देखते हुए शहर के लोगों को अभी एक साल और परेशानी झेलनी पड़ेगी। एलीवेटेड रोड का निर्माण 7 जुलाई 2018 को शुरु हुआ था। इसके पूरा होने की समय सीमा 7 जुलाई 2020 निर्धारित की गई थी लेकिन 10 जुलाई2021 तक भी केवल 40 फीसदी ही काम हुआ है। एलीवेटेड रोड के लिए स्वीकृत 225 करोड़ में से केलव 84 करोड़ रूपए ही खर्च किए जा सके हैं। इसके आगामी एक साल में पूरा होने की संभावना नजर नही आ रही है। प्रधानमंत्री ने 7जुलाई 2018 को इसका शिलान्यास किया था इसके निर्माण की समय सीमा 2 वर्ष तय की गई थी लेकिन 3 वर्ष के बाद भी निर्माण कछुआ चाल से चल रहा है। दो बार इसकी समय सीमा बढ़ाई जा चुकी है लेकिन निर्माण कार्य समय पर पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। एलीवेटेड रोड निर्माण में देरी के लिए न तो अब तक निर्माण कम्पनी पर कार्रवाई की गई और न ही स्मार्ट सिटी के किसी अभियंता पर।
लोगों को झेलनी पड़ रही है परेशानी

एलीवेटेड रोड निर्माण में देरी का खामियाजा शहर के लोगों तथा व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है। कचहरी रोड, गांधी भवन,पीआर मार्ग स्टेशन रोड पर आवाजाही मुश्किल है। ट्रेफिक डायवर्ट करने से पड़ाव, केसरगंज, खाईलैंड, बाटा तिराहे पर जाम के हालात हैं। कचहरी रोड, बाटा तिराहा, पीआर मार्ग पर निर्माण कार्य अधूरा चल रहा है। एलीवेटेड रोड के 89 पिलर में से 22 पर ही स्पान रखे जा सके। इनमें से भी 20 पर ही रोड बनाई जा सकी है।
यह नजर आ रही हैं खामियां

-आगरा गेट से महावीर सर्किल तक सविर्स रोड की चौड़ाई ट्रैफिक के अनुसार नहीं है। कई जगहों पर दोनो तरफ चौड़ाई 5.5 मीटर से कम है। नियमानुसार सर्विस रोड की चौड़ाई 5.5 मीटर होनी चाहिए।
-मार्टिनडल ब्रिज की तरफ उतरने वाली भुजा की चौड़ाई 4.5 मीटर रखी गई है। जिसमें नसीराबाद सड़क की तरफ जाने वाला समस्त ट्रैफिक होगा इसमें कचहरी रोड से महावीर सर्किल से आने वाला समस्त ट्रैफिक होगा।
-आगरागेट पर उतरने वाला ट्रैफिक का लगभग 40 प्रतिशत ट्रैफिक जयपुर रोड जाएगा एवं बचा हुआ 60 प्रतिशत ट्रैफिक शास्त्री नगर, वैशाली नगर, पुष्कर रोड एवं दरगाह जाने वाला होगा एवं सोनीजी की नसिया के पास सर्विस लेन की चौड़ाई कम होने से ट्रैफिक का कंजेशन (जाम) होगा। इस कारण आगरा गेट से पहले उतरने वाली भुजा को भी महावीर सर्किल तक बढ़ाने की जांच की जानी चाहिए।
-आरपीएससी से गांधी भवन तक की एलीवेटेड रोड पर एक तरफा ट्रैफिक लिया गया है। इसे दो तरफा बनाने के लिए गांधी भवन के सामने इंटर सेक्शन (रोटरी) बनाने पर विचार करना होगा।-मार्टिनडल ब्रिज की तरफ चढऩे वाली भुजा की चौड़ाई 4.5मीटर एवं उतरने वाली भुजा की चौड़ाई ६ मीटर रखी गई है।-मार्टिडंडल ब्रिज की तरफ सर्विस लेन की चौड़ाई भी पर्याप्त नहीं है एंव काफी दूरी तक यह 5.5 मीटर (स्टैंडर्ड) से कम है।-ड्राइंग में ब्यावर रोड की भुजा की चौड़ाई बढ़ाना प्रस्तावित किया गया है। जबकि साइट पर चौड़ाई उपलब्ध नहीं है।
एक साल तो यूटीलिटी शिफ्टिंग में ही लगे

स्मार्ट सिटी तथा शहर के विभिन्न विभागों के बीच सामंजस्य के अभाव के चलते ब्रिज निर्माण में बाधक बन रही पानी की पाईप लाइन तथा बिजली की केबलों की शिफ्टि में ही एक साल का समय लग गया। अभी भी पानी की पाइप लाइन की शिफ्टिग का काम बाकी है।
(एलीवेटेड रोड का निर्माण कब पूरा होगा, देरी के कारण तथा अब तक इसके लिए जिम्मेदारों पर हुई कार्रवाई के बार में जानकारी चाहने पर स्मार्ट सिटी के मुख्य अभियंता अनिल विजयवर्गीय तथा अधीक्षण अभियंता अविनाश शर्मा ने फोन नहीं उठाया)
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