गाइड लाइन की पालना करेंगे दरगाह 7 सितम्बर से ही खोली जाए। सरकारी गाइड लाइन की पूरी पालना की जाएगी। सोशल डिस्टेंस के लिए दरगाह में गोले भी बनाए जा रहे हैं। बैठक में जो मुद्दे सामने आए हैं, उन पर प्रशासन के साथ चर्चा की जाएगी। कोशिश की जाएगी कि जितने भी जायरीन दरगाह में जियारत के लिए आएं, उन सभी को जियारत का मौका मिले। सरकारी दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए और मानवजीवन की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए दरगाह शरीफ को खोला जाएगा। साथ ही जायरीन के जज्बात और अकीदत को भी ध्यान में रख कर निर्णय लिए जाएगे।
-अमीन पठान, सदर दरगाह कमेटी चादर-फूल चढ़ाने की होती है मन्नत दरगाह से खादिमों के अलावा 20 हजार परिवारों की रोजी-रोटी जुड़ी है। इसलिए सभी गेट खोले जाने चाहिएं। कुछ गेट खोले जाते हैं तो एक ही जगह भीड़ हो जाएगी। गाइड लाइन की पालना कराने के लिए सभी गेट पर पुलिस तैनात कर दी जाए। जायरीन यहां फूल और चादर ही पेश करने के लिए आते हैं। उनकी यही तो मन्नत होती है कि वे ख्वाजा साहब के दर पर चादर और फूल पेश करने जाएंगे अन्यथा उनके यहां आने का मकसद ही हल नहीं होगा।
-मोइन हुसैन चिश्ती, सदर-अंजुमन सैयदजादगान आस्था से जुड़े हैं चादर-फूल हमारी भी यही मांग है कि दरगाह को पूरी तरह से खोला जाए। सरकार और प्रशासन सरकारी गाइड लाइन की पूरी पालना करवाए, लेकिन आस्था से जुड़े मसलों पर इजाजत दी जानी चाहिए। चादर और फूल भी जायरीन की आस्था का सवाल हैं।
-नसीरूद्दीन चिश्ती, पुत्र दरगाह दीवान चादर और फूल तो चढ़ेंगे चादर और फूल लोग श्रद्धा के साथ लेकर आते हैं। इसके लिए उन्हें मना नहीं किया जा सकता। दरगाह लॉकडाउन से पहले जिस तरह से खुली हुई थी, उसी तरह पूरे गेट खोले जाएं।
-सैयद सरवर चिश्ती, पूर्व सचिव अंजुमन दरगाह में कितने गेट खोले जाएंगे, इस संबंध में प्रशासन की बैठक में ही तय किया जाएगा। चादर, फूल, प्रसाद आदि को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन के अनुसार ही व्यवस्था रहेगी। गाइड लाइन से हटकर कोई कार्य नहीं किया जा सकता।
-कुंवर राष्ट्रदीप, पुलिस अधीक्षक
बैठक में यह भी हुए शामिल बैठक में अंजुमन सैयदजादगान के सचिव वाहिद हुसैन अंगारा शाह, अंजुमन शेखजादगान के अध्यक्ष सदाकत अली चिश्ती, सचिव एहतेशाम चिश्ती, हफ्तबारीदारान से सैयद सरवत संजरी व अनीस मियां, दरगाह कमेटी सदस्य मुनव्वर खान, कार्यवाहक नाजिम डॉ. मोहम्मद आदिल आदि ने भी विचार व्यक्त किए।