
अजमेर में छात्र नेताओं को पकड़ कर ले जाती पुलिस।
अजमेर. संस्कारों की कमी और बदलते परिवेश में रिश्ते भी दरक रहे हैं। कहीं परिवार टूटने लगे हैं। गुरु-शिष्य के रिश्ते शर्मसार हैं। पिता-पुत्र के बीच मान-सम्मान,मर्यादा और समर्पण में कमी आ गई। बहन-भाई स्वार्थ को अधिक महत्व दे रहे हैं। मां की ममता तार-तार होने लगी है। शिक्षा के मंदिर के भी यही हाल है। तनाव, महत्वाकांक्षा और गुटबाजी हावी है।
दयानंद कॉलेज के प्राचार्य से हुई बदसलूकी ने इसकी पुष्ट कर दी। प्राचार्य ने छात्र नेता को गलत कार्य से रोका तो बदले में लात-घूंसा मिला। मामला पुलिस तक जा पहुंचा।
इस घटना के चंद घंटे बाद ही सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय,अजमेर में अभाविप (abvp) के पदाधिकारी सहित छात्र नेताओं ने प्राचार्य से बदतमीजी का प्रयास किया। सीओ साउथ के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी छात्रों को पकड़ लिया। उधर, कॉलेज ने बाहरी छात्रों पर बगैर मंजूरी परिसर में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है।
पढ़ाई और डांस...!
उधर, मंगलवार को दयानंद कॉलेज का एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक तरफ छात्राओं को डांस करते हुए और दूसरी तरफ कक्षाएं चलते हुए दिखाया गया है। इसे लेकर छात्रसंघ अध्यक्ष ( student union president) सीताराम चौधरी ने कॉलेज प्रशासन पर कई सवाल खड़े किए हैं। इस संबंध में प्राचार्य से बात नहीं हो पाई।
बातचीत के दौरान तकरार
छात्रसंघ अध्यक्ष (student union president) विकास गोरा और महासचिव हिमांशु गर्ग में छात्रसंघ कार्यालय पर नाम लिखने को लेकर कहासुनी हो गई थी। इस दौरान दयानंद कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष सीताराम चौधरी, अभाविप के प्रदेश प्रांत सहमंत्री मेहुल गर्ग, चैनाराम चौधरी सहित अन्य छात्र गोरा के समर्थन में पहुंच गए। उन्होंने प्राचार्य डॉ. एम. एल. अग्रवाल से पदाधिकारियों के नाम लिखवाने सहित अन्य मांगें रखी। बातचीत के दौरान छात्रों की उनसे बहस हो गई।
दयानंद कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष सीताराम चौधरी को बोलने पर प्राचार्य अग्रवाल ने उसे टोका। साथ ही बाहरी छात्र बताते हुए चुप रहने को कहा। मौके पर मौजूद सीओ साउथ डॉ. हर्षवद्र्धन अग्रवाल ने तत्काल सीताराम, मेहुल और अन्य छात्रों को पकड़ कर जीप में बैठा दिया।
हाथापाई की नौबत
छात्रसंघ अध्यक्ष गोरा एवं समर्थकों और एनएसयूआई के छात्रों के बीच कथित तौर पर हाथापाई की नौबत भी आई। छात्रों ने बीच-बचाव किया। थाने में पुलिस ने कई छात्रों को उठक-बैठक लगवाने के बाद शाम को छोड़ दिया। उधर, छात्रों ने प्रदर्शन करने का निर्णय किया है।
बिना मंजूरी प्रवेश नहीं
बाहरी छात्रों पर प्रतिबंध लगाने के लिए बुधवार से कॉलेज ने सख्ती का फैसला किया है। ब्यावर रोड और केसरगंज प्रवेश द्वार पर स्टाफ तैनात रहेगा। छात्र-छात्राओं के आईकार्ड, फीस रसीद दिखाने और मुलाकात की वजह बताने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा।
बाहरी छात्रों के प्रवेश पर बढ़ेगी सख्ती
दयानंद कॉलेज प्राचार्य और छात्रसंघ अध्यक्ष के बीच परस्पर मारपीट मामले में मंगलवार को स्टाफ की बैठक हुई। इसमें बाहरी छात्रों के परिसर में प्रवेश से पहले पुख्ता जांच कराने और भविष्य में छात्रसंघ चुनाव बंद करने पर चर्चा हुई। छात्रसंघ अध्यक्ष के खिलाफ जल्द अनुशासनात्मक कार्रवाई पर भी विचार-विमर्श हुआ।
छात्रसंघ अध्यक्ष सीताराम चौधरी ने सोमवार को कॉलेज में केक काटकर जन्मदिन मनाया था। इस दौरान कॉलेज प्राचार्य डॉ. लक्ष्मीकांत शर्मा ने इस पर ऐतराज जताया। दोनों के बीच कहासुनी हुई। प्राचार्य शर्मा द्वारा छात्रसंघ अध्यक्ष चौधरी के थप्पड़ मारने पर उसने भी प्रत्युत्तर में हाथ छोड़ दिया। इस मामले में दोनों ने रामगंज थाने में परस्पर मामले दर्ज कराए हैं।
अध्यक्ष के खिलाफ होगी कार्रवाई
बैठक में शिक्षकों ने घटना को निदंनीय बताया। अधिकतर शिक्षकों ने शैक्षिक गरिमा को देखते हुए छात्रसंघ अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई और छात्रसंघ चुनाव बंद करने पर विचार किया। प्राचार्य डॉ. शर्मा ने बताया कि स्टाफ की चर्चा और उच्च स्तरीय जांच के बाद फैसला किया जाएगा। बाहरी छात्रों को बगैर रजिस्टर में एन्ट्री और आईकार्ड के प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।
यह हो सकती है कार्रवाई
-छात्रसंघ अध्यक्ष चौधरी को किया जा सकता है निलंबित
- कक्षा में स्थायी/अस्थायी रूप से बैठने पर प्रतिबंध
- रामगंज थाने से कराया जा सकता है पाबंद
- अभिभावकों से लिया जा सकता है शपथ-पत्र
Published on:
25 Sept 2019 07:04 am
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