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बांडी नदी का नजर आने लगा प्रवाह. .मलबा-झाडि़यां हटाई

हाथीखेड़ा से ज्ञान विहार तक बहाव क्षेत्र के अधिकांश हिस्से की सफाई 'राजस्थान पत्रिका' का अभियान अब रंग लाने लगा है। फॉयसागर के ओवरफ्लो को आनासागर झील तक लाने वाली और अपना अस्तित्व खो रही बांडी नदी अब अपने मूल रूवरूप में लौटने लगी है।

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अजमेर

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Dilip Sharma

Mar 12, 2024

बांडी नदी का नजर आने लगा प्रवाह. .मलबा-झाडि़यां हटाई

बांडी नदी का नजर आने लगा प्रवाह. .मलबा-झाडि़यां हटाई

'राजस्थान पत्रिका' का अभियान अब रंग लाने लगा है।फॉयसागर के ओवरफ्लो को आनासागर झील तक लाने वाली और अपना अस्तित्व खो रही बांडी नदी अब अपने मूल रूवरूप में लौटने लगी है। करीब आठ किमी की दूरी में से पांच किलोमीटर के बहाव क्षेत्र को साफ करने के बाद अब नदी के पानी का प्रवाह आनासागर की दिशा में नजर आने लगा है। अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त दिव्या के. के निर्देश पर गत एक पखवाड़े से निरंतर दो जेसीबी के साथ टीम बांडी नदी के अवरुद्ध बहाव क्षेत्र की सफाई करने में जुटी है।

मलबे व झाडि़यों से अवरुद्ध था बहावपत्रिका टीम के अभियान की शुरुआत में बहाव क्षेत्र की सफाई के लिए दो बड़ी बाधाएं थीं। जिनमें से एक बहाव क्षेत्र की दिशा स्पष्ट नहीं होना तथा दूसरा बहाव क्षेत्र बबूल की झाडि़यों व मलबा डाले जाने से जमीन समतल होना था। पहले चरण में बड़े बड़े झाड़, कंटीले अनुपयोगी पेड़ व खरपतवार हटाई गई। जिसके बाद मलबा हटाने की राह सुगम हुई। अब हाथीखेड़ा से ज्ञानविहार के छोर तक पानी की धारा बहती नजर आ रही है।

कॉलोनियों में नहीं भरेगा पानी

पानी का बहाव क्षेत्र साफ होने से अब यह उम्मीद है कि बारिश में फॉयसागर की चादर चलने की स्थिति में डिफेंस कॉलोनी व आसपास की सटी कॉलोनियों में जलभराव की क्षमता से निजात मिल सकेगी।

मेड़बंदी व फेंसिंग होगीएडीए अधिकारियों के अनुसार नदी का बहाव क्षेत्र होली तक पूरी तरह साफ कर सुगम कर दिया जाएगा। इसके बाद यहां गहराई में खुदाई करने के बाद मेड़बंदी व फेंसिंग की योजना है ताकि भविष्य में नदी मार्ग सुरक्षित रहे।

पक्के मकान व खातेदारी भूमि की समस्या

बहाव क्षेत्र में कुछ पक्के मकान व खातेदारी की भूमि आने से कुछ कार्य प्रभावित हुआ है। हालांकि एडीए ने इस संबंध में विधिक प्रक्रिया के तहत बहाव क्षेत्र को साफ कराया जाएगा। बहाव क्षेत्र में आने वाले कब्जा धारियों से दस्तावेज भी मांगे जाएंगे। मलबा डालकर भूमि को समतल करने वाले इलाकों में जेसीबी से बहाव क्षेत्र को सुचारू करने का कार्य मंगलवार को भी जारी रहा।