तत्कालीन आयुक्त हिमांशु गुप्ता को आवंटित बंगले में स्वीमिंग पूल बनाने व अन्य कार्य किसी ठेकेदार के जरिए करवाए जाने का मामला पूर्व में सुर्खियों में आ चुका है। भाजपा पार्षदों की मांग पर संभागीय आयुक्त ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अपनी जांच में बताया कि आयुक्त को आवंटित बंगले में विभाग ने किसी प्रकार का रिपेयर कार्य आज तक नहीं करवाया है। बंगले में समस्त कमरों में फर्श में विक्ट्रीफाइड टाइल्स का कार्य, वालपुट्टी,प्लास्टिक पेंट का कार्य,दरवाजे,खिड़कियों में इनेमल पेंट,लकड़ी की आलमारियों की शटर का कार्य करवाया गया है। टॉयलेट व बाथरूम मेंट टाइल्स आदि, किचन में कार्य करवाया गया है। बंगले के पीछे कोर्ट यार्ड में 6 फंट गहराई का स्वीमिंग पूल बनाया गया है। टाइल्स व ग्रिल लगाई गई है। बेंच, कुर्सिया,ग्रेनाईट आदि लगाया गया है। ओपन चौक में टिन शेड बनवाया गया है।
आयुक्त के बंगले में नियमों के विपरीत स्वीमिंग पूल बनाए जाने की शिकायत एक अधिवक्ता ने लोकायुक्त को भी की है। लोकायुक्त ने इस मामले में डीएलबी से जवाब मांगा है। डीएलबी ने निगम को पत्र लिख कर जवाब पेश करने के निर्देश दिए है।