
Special Investigation Report-मदहोशी के ठिकानों में घिरा तीर्थगुरु पुष्कर
मनीष कुमार सिंह
अजमेर. कमाई में अंधे हुए आबकारी महकमे ने धार्मिक नगरी पुष्कर में पग-पग पर मदहोशी का सामान परोस रखा है। कहने को पुष्कर नगर पालिका क्षेत्र नशा मुक्त है लेकिन शहर को देशी व अंग्रेजी मदिरा दुकानें घेरे हुए है। हालात यह है कि पालिका सीमा से लगते गांव-ढाणियों में एक-दो नहीं बल्कि तीन-तीन लाइसेंसी शराब के ठेके संचालित है। ऐसे में धार्मिक नगरी की मर्यादा तार-तार हो रही है।
धार्मिक नगरी पुष्कर अब धार्मिक क्रियाकलापों से दूर देशी-विदेशी सैलानियों की सैर-सपाटे व नशाखोरी की ओर बढ़ रहा है। यहां के रेतीले धोरों में मादक पदार्थ जहां ऊंचे दाम में आसानी से उपलब्ध है। वहीं शराब आबकारी महकमे की ओर से 'परोसीÓ जा रही है। यहीं नहीं एक लाइसेंस पर दो-दो ब्रांच खोल धड़ल्ले से शराब बेची जा रही है। ऐसे में सैलानियों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होती। रेतीले धोरों में होने वाली रेव पार्टी व शराब पीकर मदहोशी में विदेशी सैलानी का बहकना अब यहां आम हो चुका है।
साइन बोर्ड से स्वागत
पुष्कर पालिका क्षेत्र में शराब बिक्री पर रोक लगा दी लेकिन सीमा से लगते चार से पांच किमी के दायरे में गांव-ढाणियों में बने रिसोर्ट, होटल में शराब परोसी जाती है। पुष्कर में दाखिल होते ही सड़क किनारे लगे होर्डिंग्स व होटल बार के साइन बोर्ड नजर आ जाएंगे।
पत्रिका ने धार्मिक नगरी के पांच किमी का दायरे में पड़ताल की तो ये नजारे सामने आए-
दृश्य 1-
पुष्कर परिक्रमा मार्ग नाला क्षेत्र में सावित्री माता मंदिर पहाड़ी की तलहटी। यहां ठीक माता मंदिर के सामने एक रिसोर्ट की चार दीवारी में शराब का ठेका संचालित है।
दृश्य 2-
पुष्कर नगर पालिका क्षेत्र से सटा गनाहेड़ा। रेलवे फाटक से महज 300 मीटर की दूरी पर शराब का ठेका है। पुष्कर पशु मेला व दड़ा क्षेत्र के सबसे नजदीक है।
दृश्य-3-
गनाहेड़ा रेलवे फाटक से 2 किमी दूर मोतीसर मार्ग पर कहारों का चौराहा। यहां लाइसेंसी शराब का ठेका। रेलवे स्टेशन के पास ठेके की दूसरी ब्रांच है।
दृश्य-4
पुष्कर थाने से चंद कदम की दूरी पर राजमार्ग पर देशी-अंग्रेजी शराब का ठेका। यहां राजमार्ग पर शराब के ठेके के 500 मीटर दूरी का नियम की भी अनदेखी की गई है।
दृश्य-5
तिलोरा-गनाहेड़ा की सीमा पर देशी-अंग्रेजी मदिरा की दुकान खुली है। यहां शराब का ठेका राजमार्ग के दस कदम की दूरी पर है। चालकों को आसानी से मदिरा उपलब्ध है।
दृश्य-6
पुष्कर से ठीक 4 किमी पहले आने वाले कानस गांव में सैलानियों का स्वागत शराब का ठेके से होता है। बूढ़ा पुष्कर से लगते कानस गांव में मुख्य मार्ग पर शराब ठेका संचालित है।
विदेशी पर्यटकों के बहकने की कई हो चुकी है घटनाएं
-28 सितम्बर 016 पुष्कर के एक रिसोर्ट पर विदेशी सैलानियों की रेव पार्टी। आईपीएस मोनिका सैन ने की कार्रवाई।
-13 दिसम्बर 017 फ्रांसीसी पर्यटक ऐरिक शराब के नशे में हुआ मदहोश
-12 अगस्त 018 स्लोवेनिया का विदेशी पर्यटक नशे में हुआ मदहोश
-04 सितम्बर 018 गुडग़ांव के नशे के चलते युवक-युवतियों की बिगड़ी तबीयत
-06 अक्टूबर 2018 झूठों की ढाणी स्थित फार्म हाउस में विदेशी पर्यटकों की शराब पार्टी
धार्मिक अस्था से खिलवाड़
सरकार एक ओर पुष्कर को धार्मिक नगरी, टेम्पल सिटी बनाने की घोषणा करती है। दूसरी तरफ पर्यटकों को नशा परोसा जा रहा है। पुष्कर परिक्रमा क्षेत्र 84 कोस में है। पुष्कर सरोवर के अलावा बाहरी क्षेत्र में चित्रकूट, सूरजकुंड और गोशाला भी है। ऐसे में कम से कम 5 किमी का क्षेत्रफल पूरी तरह से ड्राई व नशामुक्त होना चाहिए। मौजूदा हालात धार्मिक नगरी में आस्था से खिलवाड़ हो रहा है।
-संत पाठक, महंत चित्रकूट धाम
इनका कहना है...
पुष्कर नगर पालिका क्षेत्र में शराब की दुकान की मंजूरी नहीं है। मैंने अभी चार्ज लिया है। एक लाइसेंस पर समूह में जितने काउंटर मंजूर है उतनी दुकान चलाई जा सकती है। गनाहेड़ा में तीन दुकान मंजूर है।
-अर्चना जैमन, सहायक आबकारी अधिकारी (अजमेर)
Published on:
02 Nov 2019 07:00 am
बड़ी खबरें
View Allअजमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
