
assembly : विधानसभा में गूंजा अजमेर में यातायात जाम व वाहनों के धुएं से प्रदूषण का मामला
अजमेर. अजमेर में पेट्रोल डीजल से संचालित दोपहिा वाहन, तिपहिया एवं चारपहिया वाहनों ने निकलने वाली जहरीले धुएं से फैल रहा वायु प्रदूषण (air pollution) एवं प्रमुख मार्गों पर अनियंत्रित संख्या में दौड़ रहे टेम्पो, सिटी बस डम्पर व ट्रेक्टर ट्रॉलियां का मामला विधानसभा(assembly) में गूंजा। अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी (devnani ) ने जहरीले धुएं से आमजन के स्वास्थ्य(health) पर पड़ रहे गंभीर प्रतिकूल प्रभाव का मामला उठाया।
विधानसभा में उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण का क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अजमेर शहर में गत वर्षो में वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। यहां पर अन्य बड़े शहरों की तरह प्रदूषण मापने के स्वचलित यंत्र लगे हुए नहीं हैं। तथा परिवहन विभाग व यातायात पुलिस की ओर से भी वाहनों के प्रदूषण स्तर की नियमित जांच नहीं की जाती है। उन्होंने सरकार से यह आग्रह किया कि वाहनों के जहरीले धुएं से अजमेर की जनता के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए वाहनों के प्रदूषण स्तर की नियमित जांच किए जाने की स्थाई व्यवस्था कराई जाए।
कानून का दुरुपयोग कैसे हो यह कांग्रेस से ज्यादा अच्छा कोई नहीं जानता-भदेल
अजमेर. अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल (anita bhadel)ने सदन में बिल (विधयेक) संशोधन के समय कहा कि कानून का दुरुपयोग कैसे करना है यह कांग्रेस से अच्छा कोई नहीं जानता।
विधायक भदेल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुलपतियों को हटाने का अधिकार सरकार अपने हाथ में लेकर शिक्षा में हस्तक्षेप बढ़ाना चाहती है। भदेल ने तंज कसते हुए कहा कि यदि कुलपति (Vice Chancellor) के विरुद्ध गंभीर आरोपों की जांच भी आती है तो बिल में यह स्पष्ट नहीं है कि जांच करने वाली समिति कौन सी होगी। भदेल ने बताया कि एमडीएस विश्वविद्यालय (mdsu) अजमेर में कुल 18 शिक्षक कार्यरत है इसमें से एक निलंबित चल रहा है, 2 शिक्षक इस सत्र में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। राजस्थान के सभी विश्वविद्यालय में से अजमेर विश्श्वविद्यालय में शिक्षकों की संख्या सबसे न्यूनतम है।
Published on:
31 Jul 2019 12:36 pm
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