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घरों में बढ़ रहा रूफ टॉप सोलर एनर्जी प्लांट लगाने का रुझान

locationअजमेरPublished: Oct 12, 2019 08:18:14 pm

Submitted by:

bhupendra singh

अब गर्मियों में भी सुहाने लगी सूरज की रोशनी3 किलोवाट के प्लांट पर अब 40 फीसदी सब्सिडी
बिजली बिलों में कमी, अन्य घरेलू श्रेणियों में भी सब्सिडी

घरों में बढ़ रहा रूफ टॉप सोलर एनर्जी प्लांट लगाने का रुझान

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अजमेर. सूरज sun की रोशनी अब सर्दियों में ही नहीं गर्मियों में भी सुहाने लगी है। एेसा इसलिए क्योंकि सौर ऊर्जा के उपयोग से लोग अब अपने घर के बिजली बिल में कटौती कर रहे हैं। इससे न केवल एक आम उपभोक्ता की जेब को राहत मिली है बल्कि बिजली उत्पादन का एक विकल्प भी तैयार हो रहा है।
सौर ऊर्जा से बिजली बनाने के लिए घरों पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांट roof top solar energy plant लगाए जाते हैं। इसके लिए केन्द्र सरकार ने इस पर दी जाने वाली सब्सिडी में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की है। अब घर पर 3 किलोवाट के रूफ टॉप पावर प्लांट के लिए 40 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है। सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली का उपयोग करने के साथ ही इसे बेचा भी जा रहा है। अब तक शहर में 200 उपभोक्ता रूफटॉप सोलर प्लांट लगा चुके हैं। शहर में 200 सोलर वाटर हीटिंग सिस्टम भी स्थापित किए जा चुके है।
एेसे लगवाएं रूफटॉप पावर प्लांट
इसके लिए अजमेर डिस्कॉम का उपभोक्ता होना आवश्यक है। उपभोक्ता के यहां लगे कनेक्शन का 80 फीसदी क्षमता का रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगाया जा सकता है। इसके लिए राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अधिकृत डीलर से सम्पर्क करना होगा। तभी सब्सिडी मिलेगी। सीधे बाजार से लगवाने पर सब्सिडी नहीं मिलेगी। 3 किलोवाट के पावर प्लांट पर 40 फीसदी सब्सिडी, 3 से अधिक व 10 किलोवाट तक के प्लांट पर 30 फीसदी सब्सिडी देय है। लगाने वाला डीलर पांच साल तक प्लांट का मेंटीनेंस करेगा। 3 किलोवाट के रूफटॉप सोलर प्लांट से एक दिन में 13-15 यूनिट बिजली का उत्पादन होता है।
नेटमीटरिंग से होगी गणना, 3.14 है उत्पादित बिजली की दर
रूफटॉप सोलर प्लांट से बनी बिजली उपभोक्ता के यहां स्थापित नेट मीटर से जोड़ दी जाती है। जहां पर विद्युत निगम से आई बिजली एवं सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली का लेखा-जोखा होता है। यदि किसी उपभोक्ता के बिलिंग साइकिल के दौरान विद्युत निगम की बिजली आयात होने से ’यादा यूनिट सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली का निर्यात किया जाता है तो उस अधिक निर्यातित बिजली का भुगतान डिस्कॉम उपभोक्ता को करता है। वर्तमान में यह दर 3.14 रूपए प्रति यूनिट है,दरों का निर्धारण आईआरसी करती है।
यहां पर लगे उ”ा क्षमता के सोलर प्लांट

एमडीएस यूनिवर्सिटी में शहर का सबसे बड़ा 500 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित है। रीजनल कॉलेज 410, संस्कृति 300, मेयो गल्र्स 200, मेयो ब्वॉयज में 200, एचकेएच में 35, एमपीएस में 50, एडीए में 84, रेवन्यू बोर्ड में 35, नगर निगम में 25, अजमेर डिस्कॉम 35, तबीजी मसाला केन्द्र पर 105, कर भवन पर 15, आईजी स्टाम्प पर 25, भगवंत पर 100, डीपीएस पर 100, अपना घर पर 20, अक्षय पात्र में 35, कर भवन15, डीएफओ 10, जीसीए 100, एलआईसी 100, सोफिया 35, स्टीफन स्कूल पर 45 वैशाली नगर पेट्रोल पम्प सहित पुष्कर, किशनगढ़ तथा ब्यावर में भी बड़े पैमाने पर रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित किए गए हैं। अजमेर रेल मंडल ने 1 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट लगाए हैं। जिले में वर्ममान में 5 मेगावाट बिजली का उत्पादन निजी व सरकारी भवनों पर रूफ टॉप सोलर प्लांट के जरिए सूरज की रोशनी से ईको फ्रैंडली तरीके से हो रहा है।
एक्सपर्ट व्यू
अक्षय ऊर्जा के अजमेर संभाग के परियोजना अधिकारी आर.बी.सिंह के अनुसार सोलर उपकरणों की कीमतों में कमी आई है। घरेलू रूफटॉप प्लांट के लिए सब्सिडी में भी बढ़ोतरी हुई है। घरों में बिजली उतनी ही जलाएं जितनी आवश्यकता हो। स्विच को ऑफ करने की आदत डालें। मकान बनाते समय इस प्रकार डिजाइन करें कि सूर्य की रोशनी घर में ’यादा से ’यादा आए। इसके लिए ईसीवीसी कोड पर मकान डिजाइन करें। यदि रूफटॉप सोलर प्लांट लगाना है तो छत पर जगह पूर्व निर्धारित करें कि कहां पर प्लांट लगाना उचित रहेगा जिससे छत का उपयोग भी हो सके।

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