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भूपेन्द्र सिंह. अजमेर
स्वायत्त शासन,नगरीय विकास मंत्री UDH minister शान्ति धारीवाल ने पूर्ववर्ती सरकार में स्मार्ट सिटी के तहत स्वीकृत किए गए आठ प्रोजेक्ट projects पर रोक banned लगा दी है। इनमें सड़कों के किनारे नाले-नालियों को कवर करने, ट्रीटेड वेस्ट वाटर के दुबारा उपयोग तथा अंडर ग्राउंड यूटीलिटी कॉरिडोर को हटाने तथा म्यूजिकल फाउंटेन का प्रोजेक्ट शामिल है। इसके अलावा रेलवे म्यूजियम, ढाई दिन का झोपड़ा, एनएमटी रोड साइड फुटपाथ एंड साइकिल ट्रैक ,एफओबी एक्सीलेटर के प्रोजेक्ट पर भी रोक लगाई गई है। स्मार्ट सिटी के तहत इन प्रोजेक्टों की डीपीआर तैयार की जा रही थी। स्मार्ट सिटी के तहत 20 करोड़ के म्यूजिकल फाउंटेन लगाने के मामले में तो मंत्री ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से सीधे सवाल ही पूछ लिया था और इन प्रोजेक्ट को जनता से सीधे जुड़ा हुआ नहीं मानते हुए बंद करने के निर्देश दिए थे।
नाला कवर करने के प्रोजेक्ट पर ग्रहण
भाजपा राज में स्मार्ट सिटी के तहत स्वीकृत हुई ब्रह्मपुरी नाले को कवर कर वैकल्पिक मार्ग बनाए जाने की योजना ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत 18.14 करोड़ रूपए की लागत से ब्रह्मपुरी से तोपदड़ा तक नाले को कवर कर सड़क बनाई जानी थी। यह कार्य 15 महीने में पूरा था लेकिन शिलान्याास को ही 16 महीने से अधिक का समय हो गया है लेकिन काम शुरु नहीं हो सका जबकि इसका ठेका दिया जा चुका है। ब्रह्मपुरी से तोपदड़ा फाटक तक नाले का 550 मीटर हिस्सा कवर होना था। तत्कालीन शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल ने इस कार्य का शिलान्यास किया था। अब शिलान्यास का पत्थर ही हटा दिया गया है।
पहले वैकल्पिक मार्ग, अब एलिवेटेड रोड
शहर में स्टेशन रोड के समानान्तर वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध करवाए जाने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत श्रीनगर रोड पालबीसला होते हुए तोपदड़ा तक सर्वे करवाते हुए डिजाइन तैयार किया गया था। लेकिन अब मंत्री ने यहां एलिवेटेड रोड निर्माण के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सर्वे कर प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है।
शहर में सभी जगह बंद हैं फाउंटेन
शहर के अम्बेडकर सर्किल, पुरानी आरपीएससी, बजरंग गढ़, महावीर सर्किल, रूद्रदत्त मिश्रा सर्किल, राजा साइकिल चौराहा, शहीद स्मारक,पृथ्वीराज स्मारक, महाराणा प्रताप स्मारक,पुरानी चौपाटी तथा आना सागर झील में लगाए गए फाउंटेन कई महीनों से बंद हैं। आनासागर में लगाए गए फांउेटन से बाहर निकाल कर रख दिए गए है। चौपाटी के पास स्थापित किए गए फ्लोटिंग ब्रिज के फाउंटेन भी बंद है। वहीं करोड़ों रुपए खर्च कर विकसित किए गए सुभाष उद्यान के फाउंटेन भी बंद पड़े हैं। जबकि दावा किया गया था कि फाउंटेन हमेशा चलेंगे और मुख्य फाउंटेन बीस मीटर उऊंचा होगा और यह सड़क से नजर आएगा लेकिन मुख्य फांउटेन तो दूर मुख्य द्वार के पास लगाए गए फाउंटेन ही बंद पड़े हैं। मंत्री के निरीक्षण के दौरान भी यह बंद पड़े थे।
इनका कहना है
नाले-नालियों को कवर करने, ट्रीटेड वाटर के रीयूज तथा अंडर ग्राउंड कवर यूटीलिटी को हटाने तथा म्यूजिकल फाउंटेन के प्रोजेक्ट को बंद करने के निर्देश मिले हैं। इनकी डीपीआर तैयार की जा रही थी।
-विश्व मोहन शर्मा, सीईओ स्मार्ट सिटी अजमेर
Published on:
23 Jan 2020 08:02 pm
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