
808th Urs : उर्स से पहले हो माकूल बंदोबस्त
जमादि उल-आखिर के माह के चांद पर नजर
अजमेर. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 808 वें उर्स (urs mubarak) के झंडे की तारीख अगले इस्लामिक माह (Islamic month) के चांद से तय होगी। जमादि उल आखिर के महीने में चांद की 25 तारीख को उर्स का झंडा (Flag of urs) चढ़ाए जाने की परम्परा (tradition) रही है। इस हिसाब से 19 या 20 फरवरी को उर्स का झंडा चढ़ाया जाएगा। परम्परानुसार भीलवाड़ा से गौरी परिवार उर्स का झंडा लेकर यहां आता है। दरगाह (dargah)के सबसे बड़े बुलंद दरवाजे पर उर्स का झंडा फहराया जाएगा।
रजब का चांद दिखने के साथ शुरू होगा उर्स
रजब का चांद दिखने के साथ ही ख्वाजा गरीब नवाज के 808वें उर्स की शुरुआत हो जाएगी। इस हिसाब से चांद रात यानी 24 फरवरी को जन्नती दरवाजा (Jannati Darwaza) खोल दिया जाएगा। इस दिन चांद दिखा तो रात से ही उर्स की महफिल (Urs ki Mahfil) शुरू हो जाएगा। रजब की पहली से छठी तारीख विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इसके अनुसार 26 फरवरी को बॉलीवुड की तरफ से चादर पेश की जाएगी और 28 फरवरी को जुमे की नमाज अदा की जाएगी। छठी शरीफ को कुल की रस्म (kul kee rasm) के साथ उर्स का समापन होगा। चांद की 9 तारीख को बड़े कुल की रस्म अदा की जाएगी।
गूंजेंगे शादियाने
दरगाह परिसर (Dargah premises) में नगाड़े और शादियाने गूंजेंगे। बड़े पीर की पहाड़ी की परम्परानुसार तोप दागकर उर्स की शुरुआत का पैगाम दिया जाएगा। रजब की पहली तारीख से छह रजब तक ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स चलेगा। छठी शरीफ की रस्म यानि छोटे कुल के दिन जायरीन केवड़े और गुलाब जल से दरगाह (ajmer dargah ) की धुलाई करेंगे। इसके बाद बड़े कुल की रस्म होगी।
Published on:
02 Jan 2020 01:37 pm
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