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पनघट पर पानी के लिए महिलाओं को करना पड़ता है ये जुगाड़, पढ़ें आखिर क्या जुगाड़ करती है महिलाएं

ग्राम पंचायत बबायचा के ग्राम हाशियावास में पानी की किल्लत से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा है।

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villagers facing problem because of water supply problem

अजमेर/ गगवाना. ग्राम पंचायत बबायचा के ग्राम हाशियावास में पानी की किल्लत से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा है। पीने के पानी व मवेशियों के लिए पानी दोनों के लिए ही दूर जाकर पानी लाना पड़ता है। पेयजल का एक ही स्रोत होने के कारण आए दिन पानी को लेकर विवाद भी होते रहते हैं। ग्रामीणों ने सार्वजनिक पनघट पर विद्युत मोटर लगाकर पेयजल का जुगाड़ कर रखा है। यही नहीं विद्युत खर्च व उसे चलाने वाले व्यक्ति का खर्च भी ग्रामीण जेब से उठा रहे हैं। गांव में करीब 300 घर हैं और आाबादी करीब 2000 है।

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गांव के हैंडपंप खराब
गांव में ऊंचाई पर बने ट्यूबवैल मेंं पानी नहीं होने से वह बेकार है वहीं आठ हैंडपंप बेकार है। कुछ का जल स्तर नीचे चला गया है। कुछ सूख गए हैं। कुछ कुओं पर पानी है लेकिन वह दूर है महिलाओं को दूर दराज से तपती धूप में जाकर पानी लाना पड़ता है। 'पूरा दिन होता है पानी में खर्चÓग्रामीणों को अपनी जेब से पैसा खर्च कर अलग से आदमी रखना पड़ता है। वह पनघट पर मोटर संचालन करता है जिससे पीने के पानी का इंतजाम होता है।

-ब्रह्मी देवी

पूरा दिन पानी भरने में लग जाता है। बिजली नहीं आती जिससे घंटों मोटर नहीं चल पाती। बिजली आते ही पनघट की ओर दौड़ लगानी पड़ती है।

-राधा देवी

एक ही सार्वजनिक पनघट है। इसलिए ग्रामीणों में पानी को लेकर आए दिन खींचतान होती है। हैंडपंप खराब होने से पानी की किल्लत बनी हुई है। पंचायत की ओर से पाइप लाइन भी डाली हुई है लेकिन पानी ही नहीं है। निजी कुएं या निजी टैंकरों से पानी का इंतजाम करना पड़ता है।
-रामलाल भडाणा, उपसरपंच

'पाइप लाइन है, पानी नहीं

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