अजमेर. शहर में जरूरतमंदों को कपड़े उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई नेकी की दीवार का अता-पता नहीं है, जबकि जनता की दीवार अभी जारी है। किशनगढ़ और ब्यावर में बनाई गई नेकी की दीवार भी कोई बहुत अच्छे हाल में नहीं हैं।
जरूरतमंदों को कपड़े उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शहर में दो स्थानों पर जनता दीवार और नेकी दीवार बनाई गई। वैशाली नगर रातीडांग गांव मार्ग पर जनता दीवार का शुभारंभ 2015 में किया गया। इसके बाद स्वामी कॉम्पलेक्स के निकट नेकी दीवार बनाई गई। यहां पर जरूरतमंदों की सर्वाधिक भीड़ रहने के कारण एनजीओ की ओर से दो कर्मचारी भी लगाए गए। वह कपड़ों को तरीके से रखते और जरूरतमंदों को उपलब्ध कराते। यह कुछ समय तो ठीक-ठाक चला। करीब एक साथ पहले उस दीवार को बंद कर दिया गया। अब वहां सिर्फ पीले रंग में रंगी दीवार ही दिखाई दे रही है।
जनता दीवार जारी, रखे हंै कपड़े
वैशाली नगर रातीडांग गांव मार्ग पर गली में वार्ड पार्षद चन्द्रेश सांखला की ओर से 23 अक्टूबर 2015 को जनता दीवार शुरू की गई। वार्ड में अभी भी जनता दीवार सुचारू रूप से जारी है। हालांकि वहां पर कपड़े नाममात्र के दिखाई दिए।
ब्यावर व किशनगढ़ में हालत खराब
किशनगढ़ के अजमेर रोड पर नेकी दीवार बनाई गई। वहां पर भी कपड़े रखे गए। कुछ दिन तो सबकुछ ठीक रहा, इसके बाद वहां से कपड़े बेचने वाले पोटली बांध-बांध कर ले जाने लगे। तब से उसकी भी स्थिति खराब है। इसी प्रकार ब्यावर में भगत चौराहे के निकट नेकी दीवार बनाई गई। वहां पर भी स्थिति अच्छी नहीं है। नेकी की दीवार बनाने का उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है।