वृत्ताधिकारी (उत्तर) रामअवतार चौधरी ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर बालिका की मां से बात करते हुए आरोपी सीकर, नीम का थाना, रावजी का मोहल्ला निवासी रज्जाक लुहार(35) ने सीधे शादी का प्रस्ताव रखा। महिला से उसके दुख सुनने के बाद अपनी तकलीफें बयान करते हुए शादी रचाने की बात कह दी। तब तक उसने 4 साल की मासूम को टॉफी व कोल्डड्रिंक दिलवाकर विश्वासजीत लिया। महिला ने शादी से इनकार कर दिया। प्लेटफार्म पर बैठे रज्जाक ने इस दौरान बालिका को साथ ले जाने का षड़यंत्र रच डाला। वह बालिका की मां का ध्यान भटकाने के बाद उसे उठाकर स्टेशन से बाहर निकल गया लेकिन कुछ देर बाद वापस लौटकर पोरबंदर एक्सप्रेस में चढ़ गया। पड़ताल में उसने बताया कि वह बालिका को अपने साथ रखकर उसका लालन-पालन व पढ़ाना-लिखाना चाहता था। जीआरपी आरोपी रज्जाक के बयानों पर यकीन ना करके वास्तविक उद्देश्य की पड़ताल में जुटी है। फिलहाल आरोपी का कोई अपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। आरोपी को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
कबूल लिया अपराध
पुलिस पडताल में आरोपी रज्जाक ने स्वीकार किया कि वह 10 सितम्बर को शराब के नशे में था। इस कारण वह रेलवे स्टेशन आया। जहां उसे बालिका व उसकी मां अकेली बैठी दिखी। वह पास जाकर बैठ गया। उसने बातचीत में बालिका की मां को शादी करने का प्रस्ताव दिया। जिस पर उसकी मां ने ठुकरा दिया। तब आरोपी ने बालिका को अगवा कर गुजरात के लिए रवाना हो गया। बालिका को वह अपने साथ रखकर पढ़ाना चाहता था।
बचपन में मां, फिर पिता की मौत
रज्जाक ने पुलिस को बताया कि पिता 15 साल पहले और मां बचपन में गुजर गई। पिता की मृत्यु के बाद पुश्तैनी मकान चाचा को बेच दिया। पिता के मित्र ने उसको मोडासा में काम करने के लिए बुलाया था।
यूं चला घटनाक्रम
10 सितम्बर रात पौने 11 बजे आरपीएफ के डीओ राजेन्द्र को महिला ने उसकी चार साल की बेटी को उठाकर ले जाने की शिकायत दी। सूचना पर जीआरपी-आरपीएफ स्टाफ ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे, अभय कमांड सेंटर व शहर में विभिन्न रिहायशी इलाकों में तलाश की। सीसीटीवी में आरोपी के नजर आने के बाद बालिका की तलाश के लिए टीमें रवाना की। पुलिस ने 11 सितम्बर सुबह 6 बजे आरोपी रज्जाक को बालिका के साथ अहमदाबाद के निकट दबोच लिया।